
देवास : मध्य प्रदेश के देवास जिले में कई स्थानों पर सक्रिय खनिज माफिया से निपटने के लिए इस बार खनिज विभाग ने ऐसी रणनीति बनाई कि माफिया गच्चा खा गए। नर्मदा नदी के फतेहगढ़ घाट पर अवैध खनन कर रहे खनन माफिया पर खनिज, पुलिस और प्रशासन की टीम अचानक टूट पड़ी और 10 ट्रैक्टर ट्रॉलियां जब्त कर लीं। कार्रवाई के पहले माफिया के मुखबिरों को चकमा देने के लिए खनिज अधिकारी ने दूल्हे का वेश लिया और साथी अधिकारी-कर्मचारी बराती बने।
सरकारी वाहनों के बजाय निजी वाहन का उपयोग
शनिवार को सुबह पांच बजे निकले, बकायदा कार को सजाया गया और दोपहर में फिल्मी अंदाज में कार्रवाई की गई। प्रशासन ने शनिवार को अवैध रेत खनन के खिलाफ एक अनोखी और फिल्मी अंदाज में कार्रवाई की। टीम ने इस बार सरकारी वाहनों के बजाय निजी वाहनों का उपयोग किया। कार को फूलों से सजाकर अधिकारी गणेश विश्वकर्मा ने दूल्हे की तरह पोशाक पहनी। बराती बने अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों ने सफेद कुर्ता-पायजामा और टोपी पहन कर बरातियों जैसा रूप धारण किया। कार पर बकायदा दूल्हा और दुल्हन का नाम लिखे पर्चे भी चिपकाए गए थे।
माफिया को हुआ शक लेकिन हो चुकी थी देर
टीम सुबह पांच बजे मुख्यालय से रवाना हुई और प्रशासन एवं पुलिस को साथ लेकर फतेहगढ़ घाट पर पहुंची। घाट पर माफिया को शक हुआ लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। कन्नौद तहसीलदार अंजली गुप्ता ने बताया कि जब्त की गई सभी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर प्रकरण दर्ज किए जा रहे हैं और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। पहले खनिज विभाग की टीम बराती के रूप में घाट पर पहुंची और इसके 20 मिनट बाद पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंच गई। बता दें कि पूर्व में भी खनिज विभाग ने इसी प्रकार की कार्रवाई तमखान में घाट पर की थी।
बरातियों के रूप में जाने के पीछे खास वजह
विभाग की टीमों और अधिकारियों के इस बार बरातियों के रूप में जाने के पीछे भी खास वजह थी। दरअसल, खनन माफिया का क्षेत्र में गांव-गांव मुखबिरों का पूरा नेटवर्क काम करता है। कई बार ये अधिकारियों या विभागों की गाड़ियों को जाते देख इंटरनेट मीडिया के माध्यम से खबरें आगे देते हैं, जिसके चलते टीमों के पहुंचने के पहले ही खनन कर रहे लोग भाग निकलते हैं।
काफी समय से बना रहे थे योजना
कुछ वर्ष पूर्व मुखबिरों द्वारा देवास के खनिज अधिकारी की कार का पीछा उनके घर से ही करने की बात भी सामने आई थी। जिला खनिज अधिकारी रश्मि पांडे ने बताया कि काफी समय से कार्रवाई करने की योजना बना रहे थे बराती बनकर दल को भेजने से प्रभावी कार्रवाई की जा सकी। आगे भी इसी प्रकार कार्रवाई की जाएगी। माइनिंग एवं मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधानों के तहत नियमानुसार कार्रवाई की गई।