न्यूज डेस्क। बिहार में पल-पल सियासी समीकरण बदल रहे हैं. इसी बीच सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और HAM के मुखिया जीतन राम मांझी से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फोन पर बात की है. राहुल ने जीतन राम को इंडिया गठबंधन में आने का न्योता दिया है. सूत्रों की मानें तो भूपेश बघेल मांझी से मुलाकात कर सकते हैं.
जीतन राम मांझी के लिए कहा जा रहा है कि वह आरजेडी की नैया पार लगाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं, साथ ही वह एनडीए के लिए भी बेहद अहम हैं. क्योंकि जीतनराम की पार्टी HAM के 4 विधायक हैं, अगर आरजेडी उन्हें अपने पाले में ले लेती है, तो महागठबंधन 118 सीटों का आकंड़ा छू लेगा. इसमें आरजेडी के 79, कांग्रेस के 19 और लेफ्ट के 16 विधायक भी शामिल हैं.अगर AIMIM का एक और एक निर्दलीय विधायक भी महागठबंधन के साथ जाते हैं तो ये आंकड़ा 120 तक पहुंच जाएगा. हालांकि सरकार बनाने के लिए 2 विधायकों की जरूरत तब भी पड़ेगी.
हालांकि जीतनराम मांझी ने बिहार के सियासी संकट पर कहा था कि राजनीति में कोई किसी का दोस्त नहीं है और कोई किसी का परमानेंट दुश्मन नहीं होता है. वहीं, बीजेपी के सहयोगी और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन ने दावा किया है कि बिहार सरकार एक-दो दिन में गिर सकती है.