महिला आरक्षित सीटों पर नेता की पत्नियों को टिकट नहीं, पार्टी कार्यकर्ताओं को मिलेगा मौका: फूलोदेवी नेताम
रायपुर। छत्तीसगढ़ में निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारी के बीच कांग्रेस ने बड़ा फैसला लिया है। महिला आरक्षित सीटों पर पार्टी के नेता अपनी पत्नियों को महापौर पद के लिए टिकट दिलाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्षा फूलोदेवी नेताम ने इसे खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि महिला आरक्षित सीटों पर केवल सक्रिय महिला कार्यकर्ताओं का ही हक है और उन्हें ही प्राथमिकता दी जाएगी।
दरअसल, रायपुर नगर निगम की सीट महिला आरक्षित होने के बाद से ही पार्टी के नेता अपनी पत्नियों के नाम महापौर पद के लिए सामने करते हुए नजर आए थे, जिसका महिला कांग्रेस ने खुलकर विरोध भी किया था। उन्होंने पीसीसी चीफ दीपक बैज को पत्र लिखकर महिला कार्यकर्ताओं को टिकट देने की मांग भी की थी।
कल यानी 25 जनवरी को निकाय चुनाव के प्रत्याशी चयन को लेकर बड़ी बैठक होने जा रही है, जिसमें गहन चर्चा के बाद प्रत्याशियों के नाम तय किए जाएंगे। बैठक से पहले महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्षा ने स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि महिला कांग्रेस कभी भी पीछे नहीं रही। जब भी महिलाओं के साथ अन्याय हुआ, उन्हें न्याय दिलाने सड़क से सदन तक लड़ाई उन्होंने लड़ी है। उन्होंने कहा कि हमारे पास महिलाओं की कमी नहीं हैं। निकाय और पंचायत चुनाव में जहां-जहां महिला सीटें आरक्षित है, वहां संगठन में कार्य करने वाली सक्रिय महिलाओं को ही कांग्रेस मैदान में उतारने वाली है। सक्रिय नेत्रियों को टिकट मिलेगी।
वहीं निकाय चुनाव में मुद्दों को लेकर उन्होंने कहा कि BJP की सरकार में छत्तीसगढ़ की जनता अच्छी तरह से जान चुकी है कि किस प्रकार बीजेपी ने प्रदेश को बरबाद करके रखा है। मजदूर, महिला, किसान समेत हर वर्ग इस दौर में परेशान और त्रस्त है। जिसका फायदा कांग्रेस को निकाय और पंचायत चुनाव में मिलेगा।