कोरबा। बालको रेंजर सरकार ने ऐसा कमाल कर दिखाया कि बेला पंचायत में बने पुलिया का रिटर्निंग वॉल कुछ महीनों में बह गया। घटिया निर्माण के बारे में जब रेंजर जंयत सरकार से बात करने पर अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि डिवीजन के ठेकेदार ने काम कराया है मैं तो सिर्फ एक मोहरा हूं।
बता दें कि वन विभाग के द्वारा निर्मित ग्राम पंचायत बेला के सुवरधार पहुंच मार्ग में मई 2024 में गर्मी के समय पुलिया निर्माण कराया गया। पुलिया निर्माण की क्वालिटी इतना उच्च स्तर का था कि पहली बारिश में ही पुलिया के रिटर्निंग वॉल बह गया। हालांकि भ्रष्टाचार पर लेप लगाने फिर से मिट्टी भरकर बाहर से मरम्मत कराया गया।
न लागत न साइन बोर्ड
सरकारी कार्यो निर्माण स्थल पर साइन बोर्ड लगाने का प्रावधान है। जिससे आसानी से फंड और रकम के साथ निर्माण एजेंसी का पता लगाया जा सके। बाउजूद इसके बालको रेंज के अंतर्गत होने निर्माण कार्य स्थल से साइन बोर्ड नही लगाया गया है। जिससे रेंजर के भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ न हो जाये।
करोड़ों का घोटाला
सूत्रों की माने तो बालको रेंज में निर्मित कार्यो में इस कदर मनमानी हुई है कि स्टॉप डेम का भी बेस वॉल बह चुका है। इससे अंदाजा लगाया जा है कि बालको रेंज में करोड़ो का गोलमाल हुआ है।
एबटमेंट के जगह में लोढ़ी पत्थर
पुलिया निर्माण के संबंध में टेक्निकल एक्सपर्ट का कहना है कि एबटमेंट में ड्राइंग के विपरीत सीमेंट गिट्टी और लेबर कास्ट बचाने लोढ़ी पत्थर का उपयोग किया गया है। जाहिर निर्माण एजेंसी सिर्फ कोरम पुराकर अपना रकम बनाने का काम किया है।