
कोरबा। कोरबा शहर में फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों की वजह से हो रही अव्यवस्था को लेकर सांसद प्रतिनिधि सुनील जैन ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है। पत्र में बताया गया है कि फुटपाथ दुकानदारों की वजह से शहर की साफ-सफाई, ट्रैफिक और खूबसूरती पर बुरा असर पड़ रहा है। जैन ने मांग की है कि इन दुकानदारों को सही जगह दी जाए, ताकि शहर में व्यवस्था बनी रहे।
जैन ने पत्र में कहा कि पुरवा बस स्टैंड और सर्वमंगला रोड पर फल-सब्जी बेचने वालों ने सड़कों पर कब्जा कर लिया है, जिससे घंटों जाम लगता है। पहले भी प्रशासन ने इन्हें हटाने की कोशिश की, लेकिन ये लोग कथित तौर पर बड़े रसूख का हवाला देकर फिर लौट आते हैं। इतवारी बाजार में फल बेचने के लिए अलग से मार्केट बनाया गया है, लेकिन दुकानदार वहां जाने की बजाय सड़कों पर ही दुकान लगाना पसंद करते हैं।
सुनील जैन ने सुझाव दिया है कि इन दुकानदारों को निहारिका के पास खाली सरकारी जमीन या नहर पुल चौक के पास की पार्किंग बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाए, जहां अभी संगमरमर वाले कब्जा किए हुए हैं। साथ ही, भीतरगंज भवन के सामने वाला टैक्सी स्टैंड भी पार्किंग के पास ले जाया जाए, ताकि वहां एक व्यवस्थित मार्केट बन सके। इससे दुकानदार भी खुश होंगे और इलाके में रौनक बढ़ेगी।
कलेक्टर को लिखे पत्र में इतवारी बाजार के मांस-मछली बाजार की भी बात उठाई गई है, जहां दुकानदारों ने सड़क पर ऐसा कब्जा किया है कि लोगों का आना-जाना मुश्किल हो गया है। कई बार शिकायत हुई, लेकिन ऊंची पहुंच की वजह से कोई एक्शन नहीं होता।
0.सड़क पर मांस-मछली बाजार से लोग परेशान
सीतामढ़ी इलाके में भी रेलवे स्टेशन जाने वाली सड़क पर मांस-मछली और सब्जी का बाजार लगता है, जिससे जाम लगता है और कई बार यात्रियों की ट्रेन छूट जाती है। जैन ने सुझाव दिया कि इस बाजार को भाटा चौक के पास खाली सरकारी जमीन पर शिफ्ट कर दिया जाए, ताकि सड़क साफ रहे और लोग आसानी से आ-जा सकें। कोसाबाड़ी-निहारिका इलाके में भी मांस-मछली बेचने वालों ने बिना किसी नियम के दुकानें जमा रखी हैं, जिससे गंदगी फैल रही है। जैन ने कहा कि इनके लिए भी अलग से तय जगह होनी चाहिए।
हालांकि, जैन ने गढ़-कलेवा फूड कोर्ट को फिर से शुरू करने के लिए नगर निगम की तारीफ की है, जिससे वहां फिर से चहल-पहल लौट आई है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि कोरबा को और सुंदर बनाने के लिए कुछ बड़े कदम उठाए जाएं। पत्र में जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम से मिलकर इन समस्याओं को हल करने और कोरबा को साफ-सुथरा, व्यवस्थित शहर बनाने की गुजारिश की गई है।