
कोरबा। पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने गुरुवार को केन्द्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी से मिलकर उन्हें कोरबा की खदानों से कोयला चोरी, और जमीन अधिग्रहण के मुआवजा वितरण में फर्जीवाड़े से अवगत कराया। कंवर ने कोयला मंत्री को बताया कि कई अफसर-कर्मचारियों ने मालगांव इलाके में अपने रिश्तेदारों के नाम से फर्जी तरीके से मुआवजा हासिल कर लिया है। विस्थापित भटक रहे हैं। कंवर ने खदानों से रोजाना 50 ट्रक कोयला चोरी की शिकायत की। उन्होंने पूरे मामले की एसईसीएल की विजलेंस टीम, अथवा सीबीआई से जांच की मांग की है। केन्द्रीय कोयला मंत्री श्री रेड्डी ने इस पूरे मामले पर उच्च स्तरीय जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
श्री कंवर की केन्द्रीय कोयला मंत्री के साथ करीब पौन घंटे चर्चा हुई। इस दौरान पूर्व गृहमंत्री ने खदानों से एसईसीएल-जिला और पुलिस प्रशासन के अफसरों की मिलीभगत से रोजाना 50 ट्रक कोयला चोरी का आरोप लगाया है। उन्होंने कोयला चोरी के तौर-तरीकों की विस्तार से जानकारी दी। पूर्व गृहमंत्री ने बताया कि मालगांव इलाका कोयला चोरी का प्रमुख केन्द्र बन गया है। उन्होंने बताया कि पहले भी इस मामले को उठाया गया था, लेकिन उन्हीं को ही जांच का जिम्मा दिया गया, जो कि कोयला चोरी में संलिप्त रहे हैं। केन्द्रीय कोयला मंत्री श्री रेड्डी ने मामले को गंभीरता से लिया है।
श्री कंवर ने खदानों के लिए जमीन के अधिग्रहण में फर्जीवाड़े की तरफ कोयला मंत्री श्री रेड्डी का ध्यान आकृष्ट कराया, और कहा कि जमीन अधिग्रहण से प्रभावित वास्तविक लोगों को मुआवजा नहीं मिला। कई अधिकारी-कर्मचारी अपने रिश्तेदारों के नाम से फर्जी तरीके से मुआवजा हासिल कर लिए हैं। उन्होंने बताया कि कोरबा की खदानों से जितनी मात्रा में रायल्टी केन्द्र, और राज्य सरकार को होती है उसका एक फीसदी हिस्सा भी क्षेत्र के विकास में खर्च नहीं हो रहा है। यहां के लोग प्रदूषण और गंभीर बिमारियों से पीडित हैं।