कोरबा । कोरबा के जंगल में पाए जाने वाले दुर्लभ प्रजाति के जीवों के संरक्षण व संवर्धन के लिए वन विभाग ठोस कार्य योजना तैयार की गई है। इसके लिए रायपुर की नोवा नेचर सर्प विशेषज्ञों की टीम को सर्वे के लिए उतारा गया है। एक माह तक यह टीम जंगल में पाए जाने वाले सर्पों के अलावा अन्य दुर्लभ जीव जंतुओं पर भी अध्ययन करेंगे। वन कर्मियाें को इनके रहवास व संरक्षण के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। विशेषज्ञों की रिपोर्ट के आधार पर जंगल में रहवास, भोजन व उस तरह का वातावरण निर्मित की जाएगी। जनवरी के प्रथम सप्ताह से शुरू सर्वे के लिए 30 लाख रूपये खर्च किया जाएगा।
किंग कोबरा समेत ऐसे अनेक दुर्लभ जीव हैं, जिनके लिए कोरबा के जंगल वर्षों से पसंदीदा ठिकाना रहे हैं। उड़न गिलहरी, खूबसूरत तितलियां व पैंगोलीन जैसे कई छुपे हुए जीव हैं, जिन्होंने समय-समय पर अपनी झलक दिखाकर यह भी बताया कि कोरबा की डायवर्सिटी कितनी अनोखी है और इसे सेहजकर रखने की जरूरत है। यही जरूरत समझते हुए एक और कदम उठाया जा रहा है। इसके तहत अब किंग कोबरा ही नहीं, सर्प समेत वन में पाए जाने वाले अन्य सरीसृपों पर एक व्यापक अध्ययन किया जाएगा। इसके लिए सरीसृप विशेषज्ञ जुगत में जुट गए हैं, जो स्थानीय विवरण और संरक्षण संबंधित समस्याओं पर अध्ययन कर वह डाटा जुटाएंगे। जिनकी मदद से इन दुर्लभ जीवों के लिए अनुकूल दशा का इंतजाम सुनिश्चित किया जाएगा।