Korba : कोरबा रेंज के नर्सरी में काम करने वाले 30 मजदूरों से काम कराया और मजदूरी की रकम डिप्टी रेंजर खुद हजम कर गई। 8 महीने से मजदूरी की रकम मांग रहे मजदूर जब शिकायत लेकर डीएफओ दफ्तर पहुंच गए तो रेंजर ने मामले को रफा दफा करने का प्रयास करते रहे।
बता दें कि वन विभाग में महादेव सट्टा ऐप की तर्ज पर चल रहे खाता किराए का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। स्थानीय मजदूरो से काम कराकर अपने रिश्तेदारो के नाम रकम ट्रांसफर का खेल खेला जा रहा है। ताजा मामला नर्सरी में काम करने वाले 30 मजदूरों का है जिन्हें पिछले आठ महीने से भुगतान नही हुआ है। सूत्रों की माने तो हर महीना मजदूरी भुगतान के लिए नर्सरी प्रभारी डिप्टी रेंजर को रकम दिया जाता था। बाउजूद इसके मजदूरो को मजदूरी भुगतान नहीं मिला तो उन्हें डीएफओ दफ्तर मजदूरी के लिए आना पड़ा।
सर्वर और फंड का बहाना
Korbaडीएफओ दफ्तर पहुंचे मजदूरो ने कहा कि नर्सरी प्रभारी शुशीला कंवर फंड और सर्वर का बहाना बनाकर काम करवाती रही। जब आठ महीने तक मजदूरी भुगतान नही हुआ तो मजबूरन हमे बड़े साहब से मजदूरी दिलाने की मांग कर रहे है। बता दें कि भोले भाले मजदूर महिला डिप्टी के बातों में आकर मजदूरी करते रहे मैडम रकम अफरा तफरी करती रही।