कोरबा। जीवनभर समर्पित होकर कोयला उत्पादन में योगदान देने वाले कोयला कामगार देश की ऊर्जा बढ़ाने में जुटे हुए हैं। इसके बाद भी वे भविष्य निधि की ब्याज दर में की गई वृद्धि के लाभ से वंचित हो रहे हैं। पीएफ के ब्याज दर में 0.10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है, जिसका लाभ कर्मचारी भविष्य निधि के 6 करोड़ सदस्यों को तो मिलेगा, पर देशभर के शासकीय और निजी कंपनियों के कोयला कामगार भविष्य में मिलने वाले इस फायदे से अलग कर दिए गए हैं।
कर्मचारी भविष्य निधि के सदस्यों को वर्तमान में मिल रहे ब्याज दर 8.15 प्रतिशत को 0.10 फीसदी बढ़ाकर वर्ष 2023-24 के लिए ब्याज दर 8.25 प्रतिशत करने का फैसला लिया गया है। जो वर्तमान ब्याज दर 8.15 प्रतिशत के मुकाबले 0.10 प्रतिशत ज्यादा है। इसके लिए ईपीएफओ सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी ने अपनी 235 वीं बैठक में इसकी सिफारिश की है। इसका मतलब अब पीएफ पर 8.25 फीसदी दर से ब्याज मिलेगा जबकि वर्तमान दर 8.15 फीसदी है। इससे 6 करोड़ कर्मचारियों को फायदा मिलेगा। इस संबंध में एटक के दीपेश मिश्रा ने कहा कि देश में कार्यरत सरकारी या गैर सरकारी कर्मचारियों को तो जरूर इसका लाभ मिलेगा, लेकिन कोयला उद्योग में कार्यरत 4 लाख कामगार, चाहे वे सरकारी व निजी कंपनियों में कार्यरत हैं, वे सब भविष्य में मिलने वाले इस फायदे से वंचित रहेंगे। उन्होंने इस संबंध में आगे कहा कि कोयला उद्योग में कार्यरत कर्मचारी या अधिकारी समस्त कोयला खान भविष्य निधि (सीएमपीएफ) के ही सदस्य हैं। उनके लिए सीएमपीएफ बोर्ड आफ ट्रस्टी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए ब्याज दर 7.6 फीसदी तय कर दी है। यानी कि कर्मचारी भविष्य निधि की वर्तमान ब्याज दर जो 8.15 फीसदी है, उसके मुकाबले यह सिर्फ 7.6 फीसदी है, जो वास्तव में बहुत ही कम है। उन्होंने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि वर्तमान सरकार कोयला कामगारों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार कर रही है, क्योंकि आज भी देश के लिए जरूरी ऊर्जा का प्रमुख स्रोत सिर्फ कोयला है। इसमें कोई संदेह नहीं है। कोयला उद्योग में कार्यरत कामगारों को जो वास्तव में फायदा मिलना चाहिए वो नहीं मिल पा रहा है। निस्संदेह कोयला कामगार प्रकृति के विरुद्ध जाकर देश के लिए जरूरी कोयले का उत्पादन कर देश के लिए जरूरी ऊर्जा पैदा करने में प्रभावी सहयोग कर रहे हैं। कोयला कामगारों के उज्जवल और अच्छे भविष्य के लिए कोयला खान भविष्य निधि को सरकार को हर संभव आर्थिक मदद करे। ताकि कर्मचारी भविष्य निधि के दायरे मे आने वाले कामगारों की तरह कोयला खान भविष्य निधि के दायरे में आने वाले कामगारों को भी वही फायदा मिले, जो वर्तमान कर्मचारी भविष्य निधि के सदस्यों को मिल रहा है।