
कोरबा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अपने एकदिवसीय प्रवास पर रविवार को कोरबा पहुंचे। यहां उन्होंने भवानी मंदिर परिसर में आयोजित श्रीराम कथा महोत्सव में भाग लिया। उन्होंने कथा वाचन कर रहे श्री श्री 1008 जगद्गुरु रामभद्राचार्य के दर्शन कर आशीर्वाद लिया और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।
मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को नवरात्रि और दशहरे की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जगद्गुरु का कोरबा आगमन ऊर्जाधानी की धरती के लिए गौरव की बात है। उन्होंने आयोजन समिति की ज्योति पांडे को भव्य आयोजन के लिए बधाई भी दी।
श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की माटी माता कौशल्या का मायका और भगवान श्रीराम की नौनिहाल भूमि है। वनवास के दौरान प्रभु श्रीराम ने माता सीता और लक्ष्मण के साथ यहां का लंबा समय व्यतीत किया। उन्होंने राजिम में श्रीराम-सीता द्वारा स्थापित कुलेश्वर महादेव मंदिर का उल्लेख करते हुए कहा कि यहां प्रतिवर्ष आयोजित कुंभ मेला हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य में “मोदी की गारंटी” को पूरा करने का कार्य तेजी से चल रहा है। गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है और प्रदेश में इस दिशा में लगातार सफलता मिल रही है। उन्होंने कहा कि बस्तर में विकास की गंगा बहने लगेगी और धर्मांतरण पर सख्त कानून लागू किए जाएंगे।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि “श्रीराम लला दर्शन योजना” के तहत प्रतिमाह हजारों भक्तों को सरकारी खर्च पर अयोध्या धाम दर्शन का अवसर दिया जा रहा है। इसी दौरान मुख्यमंत्री ने जगद्गुरु की अपील पर भवानी मंदिर स्थल का नामकरण “कौशल्या धाम” करने की घोषणा की।
मंदिर में की पूजा-अर्चना
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भवानी मंदिर और नव-निर्मित कौशल्या धाम मंदिर में विधिविधान से पूजा-अर्चना की। उन्होंने माता भवानी और माता कौशल्या की प्रतिमा के समक्ष नारियल, पुष्प और फल अर्पित कर प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि की प्रार्थना की।
कौशल्या धाम मंदिर में माता कौशल्या की गोद में बाल स्वरूप भगवान श्रीराम की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है, जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर का अवलोकन कर निर्माण कार्य की सराहना की।