
कोरबा । हैरत में है सराफा बाजार 18, 20 और 22 कैरेट के सोने में निकल रही खरीदी को देखकर। नया परिवर्तन यह भी कि दोनों कीमती धातु की मांग, शहर से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र से निकली हुई है।
सुरक्षित निवेश। शत-प्रतिशत वापसी की गारंटी। इस एक सोच ने ही सराफा दुकानों में उपभोक्ता मांग दोगुनी से कहीं ज्यादा कर दी है। दोनों में बढ़त के आसार इसलिए बन रहे हैं क्योंकि त्यौहारी मांग के साथ वैवाहिक खरीदी भी जोर पकड़ रही है। इसलिए फिलहाल तो मांग में गिरावट और कीमत में टूट से इंकार कर रहा है सराफा बाजार।

23-24 के बराबर 20-22 कैरेट
प्रति 10 ग्राम कीमत भले ही 23 और 24 कैरेट सोने की ज्यादा हो लेकिन खरीदी में बराबरी पर आ चुका है 20 और 22 कैरेट का सोना। ग्रामीण क्षेत्र की खरीदी के बूते मिल रही इस मजबूती ने दोनों ग्रेड के सोने में हल्की शॉर्टेज जैसी स्थिति ला दी है। यह देखकर शहरी डिमांड बढ़ने की प्रबल संभावना व्यक्त कर रहा है सराफा बाजार।
चमक तेज चांदी की
कमजोर ही रहती थी सोने की अपेक्षा चांदी में शहरी खरीदी लेकिन पहली बार ग्रामीण मांग से काफी आगे निकल चुका है शहरी उपभोक्ता। आभूषण की जगह सिल्ली की खरीदी को प्राथमिकता दे रहा है शहरी उपभोक्ता। नहीं मिलने की स्थिति में ऐसे आभूषण लिए जा रहे हैं, जो भारी हों और जिसका उपयोग कम से कम होता है इनमें करधन, हंसुली मुख्य है।
खरीदी इनमें
दीपावली करीब है इसलिए सोना और चांदी के पत्रों में उकेरी गई श्री गणेश और श्री लक्ष्मी की आकृतियां खूब खरीदी जा रहीं हैं। सोने के आभूषणों में पहली मांग चैन, अंगूठी और टॉप्स में बदस्तूर बनी हुई है। शादियों की तारीखें करीब हैं इसलिए बिंदिया और चूड़ियों की खरीदी निकली हुई है जबकि चांदी में पायल, बिछिया और करधन खरीदी में सबसे आगे है।