कोरबा। लोगों में धौंस जमाने के लिए पुलिस कांस्टेबल की वर्दी ही काफी है। उस कर क्राइम ब्रांच का लेवल हो, तो क्या कहना। इस इज्जत को कमाना पड़ता है। पर दो शातिर बदमाशों ने शॉर्ट कट लिया और एक जोड़ी वॉकी-टॉकी खरीद ली। अब बस उन्हें किरदार में उतरना था, पर अपनी ओवर एक्टिंग ने उन्हें असली पुलिस से मुलाकात करा दी और अब वे हवालात की सैर पर हैं।
फर्जी क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करते दो शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल के हवाले कर दिया है। फर्जी क्राइम ब्रान्च अफसर बने घूमने वाले दोनों युवक मानिकपुर चौक क्षेत्र में पुलिस के हत्थे चढ़े।पकड़े गए आरोपियों के पास से वॉकी-टॉकी भी जब्त किया गया है। मामला कोरबा के अमरैया रामनगर बाईपास स्थित सरकारी शराब दुकान के पास का है जहां लोगों से अवैध वसूली कर रहे दो युवकों को गिरफ्तार किया गया। चौकी प्रभारी ने बताया कि आरोपियों ने ऑनलाइन वॉकी-टॉकी खरीदी थी और इसके जरिए लोगों पर धौंस जमा रहे थे। पकड़े गए आरोपी उरगा थाना के तहत सुरेंद्र राठौर कुसमुंडा निवासी सुरेंद्र वैष्णो बड़े शातिर है। दोनों दोस्त हैं जो शराब पीने के बाद वाकी-टॉकी से बात करते हुए बाहर निकले और आसपास के दुकानदारों को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर मामले में फंसा देने की बात कह कर डरा धमका रहे थे। एक समय के लिए दुकानदारों को लगा कि हाथ में वॉकी-टॉकी रखे हुए हैं और बातचीत भी हो रही है सही में वह पुलिसिया कार्यवाही में ना फंस जाए। उनकी हरकतों को देखकर एक दुकानदार को शक हुआ और इसकी सूचना पुलिस को दी तब जा कर मामले का खुलासा हुआ। उल्लेखनीय है कि पुलिस की विशेष शाखा क्राइम ब्रांच का जलवा कुछ ऐसा होता है कि आपराधिक तत्व इससे खौफ खाते हैं। दूसरी ओर शातिर तरह के लोग इसके नाम पर अपनी दुकान चलाना शुरु कर देते हैं। लगातार इस तरह के मामले प्रकाश में आ रहे हैं।