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IAS अमित कटारिया आ रहे छत्तीसगढ़..इस कार्य का करेंगे निरीक्षण…

रायपुर। केंद्रीय ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव अमित कटारिया छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। वे विकसित भारत संकल्प यात्रा के सारंगढ़ बिलाईगढ जिले के केंद्रीय नोडल अधिकारी हैं। वे जिले में चल रहे वीबीएसवाय शिविर संचालन का निरीक्षण करेंगे। छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस कटारिया बीते 5 वर्ष से डेपुटेशन पर हैं।

अमित कटारिया पूर्व सीएम रमन सिंह के पसंदीदा अधिकारियों में माने जाते हैं। रमन सरकार में इनके आदेश पर रायगढ़ – खरसिया में अवैध कब्जे पर  नगर प्रशासन का बुल्डोजर कहर बनकर टूटा था। उस समय राजनेताओं और व्यापारियों की तमाम शिकायतों के बावजूद इन्होंने बेधड़क इस कार्रवाई को अंजाम दिया था।

छत्तीसगढ़ के जगदलपुर के कलेक्टर आईएएस अमित कटारिया को उनके अच्छे काम के कारण याद करने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है। कटारिया ने जिन भी जिलों में काम किया है, वहां के लोग आज भी उन्हें याद करते हैं।

2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दंतेवाड़ा यात्रा के दौरान 9 मई को कलेक्टर अमित कटारिया काला चश्मा और शर्ट-पैंट पहने हुए थे। इसी पोशाक में अमित कटारिया ने बतौर जगदलपुर कलेक्टर एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री की अगवाई भी की थी। इस दौरान पीएम मोदी ने उसने हाथ मिलाया था, हालांकि उनके पहनावे पर हैरत भी जाहिर की थी।

छत्तीसगढ़ सरकार को कटारिया का यह पहनावा रास नहीं आया था और भविष्य में ऐसा नहीं करने की सलाह दी गई थी।

दरअसल अमित कटारिया 2010 में रायपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी के सीईओ थे। उस समय उन्होंने जो काम किया, उसका लोहा आज भी लोग मानते हैं।सीईओ रहते हुए कटारिया ने छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े हाउसिंग प्रोजेक्ट को लांच किया था। रायपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी के कर्मचारी धर्मेन्द्र सेंगर की मानें तो जब कटारिया ने रायपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी की कमान संभाली, तो विभाग की हालत बहुत खराब थी। कटारिया ने आते ही विभाग में जान डाल दी थी। उन्होंने 15 साल से रुके कर्मचारियों की पदोनन्ति को शुरू करवाया था और कर्मचारियों को अच्छे कपड़े पहनने और सलीके से रहना भी सिखाया था।

काम करने या करवाने के मामले में भी आईएएस अमित कटारिया बहुत सधे माने जाते हैं। 2013 में कटारिया रायगढ़ के कलेक्टर थे। तब शहर में बनने वाली सड़क को लेकर आम जनता से राय ली जा रही थी। इसी बैठक में रोशन अग्रवाल थे, जो रायगढ़ में बीजेपी के बड़े नेता हैं और वर्तमान में रायगढ़ से बीजेपी के विधायक भी रह चुके हैं।

बैठक में रोशन अग्रवाल अवैध निर्माण करने वाले की वकालत कर रहे थे और कलेक्टर अमित कटारिया बार-बार उन्हें समझा रहे थे की सड़क बनाने के लिए अवैध निर्माण को तोड़ना ही पड़ेगा। इसी बीच रोशन अग्रवाल बार-बार अपनी बात मनवाने के लिए कटारिया से बहस करने लगे। इसके बाद कटारिया ने बीजेपी नेता को मीटिंग से बाहर कर दिया।

रायगढ़ के लोगों की मानें तो रायगढ़ में कटारिया के कार्यकाल में गरीबों का मुफ्त इलाज हुआ था। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन भी इस बात को मानते हैं की कटारिया साहब ने हमेशा अस्पताल प्रबंधन का साथ दिया। अमित कटारिया ने गरीबों की हार्ट और ब्रेन जैसी सर्जरी अपने कार्यकाल में मुफ्त में करवाई।

अमित कटारिया 2 मार्च को जगदलपुर के कलेक्टर बनाए गए। कटारिया को जगदलपुर आए तीन महीने भी नहीं हुए थे और जगदलपुर के लोग यह कहने लगे हैं कि ऐसा अफसर पहले कभी नहीं देखा था।

सैलरी के नाम पर लेते है मात्र 1 रुपए

आईएएस अमित कटारिया समृद्ध परिवार से आते है। वे बेहद ईमानदार माने जाते है। उनकी पत्नी पायलट है। वहीं उनके परिवार का गुरुग्राम में कंस्ट्रक्शन का बिजनेस है। कहा जाता है अमित सैलरी के नाम पर मात्र 1 रुपए लेते है।

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