हाथरस। Hathras stampede के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर ने शुक्रवार आधी रात दिल्ली में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) ने उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। पुलिस ने देवप्रकाश मधुकर को गिरफ्तार कर लिया है। मधुकर को आज शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
हादसे की जांच के लिए न्यायिक आयोग गठित
Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस भगदड मामले की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है, जिसकी अध्यक्षता एक सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश करेंगे। इस आयोग का मुख्य उद्देश्य हादसे के पीछे किसी साजिश की संभावना की जांच करना है। इसके साथ ही, राज्य सरकार ने हादसे की विस्तृत जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (SIT) भी बनाई है।
Hathras Stampede: एसआईटी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में यह पाया गया है कि हाथरस भगदड़ (Hathras Stampede) लापरवाही और बदइंतजामी के कारण हुई थी। रिपोर्ट के अनुसार, घटनास्थल पर पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध नहीं थे और बड़ी संख्या में नए श्रद्धालु भी शामिल थे, जिससे भीड़ अनियंत्रित हो गई। जिले के प्रमुख अफसरों समेत 90 लोगों के बयान लिए गए हैं और अब तक जो सबूत मिले हैं, उनमें आयोजक दोषी साबित हो रहे हैं।