global recession:नई दिल्ली। वैश्विक आर्थिक हालातों को लेकर चिंता बढ़ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि साल 2025 में दुनिया एक बार फिर आर्थिक मंदी की चपेट में आ सकती है। जर्मनी, ब्रिटेन और जापान जैसे देशों की अर्थव्यवस्था पहले से ही तनाव के संकेत दे रही है। भारत की धीमी होती जीडीपी वृद्धि भी इस ओर इशारा करती है।
global recession: किन देशों पर मंदी का असर
ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था 2024 की तीसरी तिमाही में शून्य वृद्धि दिखा रही है। जापान भी कमजोर घरेलू मांग के कारण आर्थिक संकट का सामना कर रहा है, जहां औसत घरेलू लोन, औसत आय से अधिक हो गया है। न्यूजीलैंड में जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी में 1% की गिरावट दर्ज की गई है, जो 1991 और कोविड के बाद की सबसे खराब स्थिति है।
global recession: अमेरिका पर क्या असर होगा
अमेरिका में मंदी की संभावना कम जरूर हुई है लेकिन यह पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। गोल्डमैन सैक्स ने अगले 12 महीनों में मंदी की आशंका को 20% से घटाकर 15% कर दिया है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि मुद्रास्फीति अमेरिका के लिए ज्यादा बड़ी चिंता है।