प्रदेश के कलाकारों को हाईटेक मंच देने सरकार का संकल्प अब पूरा होगा। केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ राज्य के पर्यटन क्षेत्र में दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए 147.66 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है।
रायपुर। सीएम साय के प्रयासों से छत्तीसगढ़ को एक बड़ी उपलब्धि मिली है। केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ राज्य के पर्यटन क्षेत्र में दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए 147.66 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है। इन परियोजनाओं में रायपुर स्थित माना तूता क्षेत्र में चित्रोत्पला फिल्म सिटी और जनजातीय एवं सांस्कृतिक कन्वेंशन सेंटर का निर्माण शामिल है।
Raipur City News : बता दें कि केंद्र सरकार की इस स्वीकृति से छत्तीसगढ़ में पर्यटन और संस्कृति के क्षेत्र में एक नया मोड़ आएगा। चित्रोत्पला फिल्म सिटी का निर्माण 95.79 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा, जबकि जनजातीय और सांस्कृतिक कन्वेंशन सेंटर के लिए 51.87 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गई है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य राज्य में पर्यटन ढांचे को मजबूती देना और छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपराओं को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करना है।
Raipur City News : मुख्यमंत्री के प्रयासों से मिली सफलता-
यह सफलता मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक विवेक आचार्य की निरंतर कोशिशों का परिणाम है। विवेक आचार्य ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से 15 अक्टूबर को नई दिल्ली में मुलाकात की थी और छत्तीसगढ़ के पर्यटन विकास के लिए लगभग 300 करोड़ रुपये के प्रस्ताव प्रस्तुत किए थे। इसके बाद केंद्र सरकार ने स्पेशल असिस्टेंस टू स्टेट्स फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट 2024-25 के तहत इस परियोजना को मंजूरी दी।
Raipur City News : छत्तीसगढ़ के लिए बड़ी उपलब्धि-
इन परियोजनाओं के शुरू होने से न केवल राज्य में पर्यटन क्षेत्र को नई दिशा मिलेगी, बल्कि रोजगार सृजन, सांस्कृतिक संरक्षण और विकास की नई संभावनाएं भी उत्पन्न होंगी। फिल्म सिटी का निर्माण छत्तीसगढ़ को फिल्म मेकिंग और फिल्म टूरिज्म के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थल बना सकता है। यह परियोजना राज्य को एक वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने में सहायक सिद्ध होगी।
Raipur City News : गांव से लेकर ग्लोबल मंच तक-
राज्य के माना तूता क्षेत्र में यह फिल्म सिटी और कन्वेंशन सेंटर बनने से छत्तीसगढ़ के लोक कला, संस्कृति और परंपरा को एक नया मंच मिलेगा, जिससे स्थानीय कलाकारों और कारीगरों को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सकेगी। साथ ही, यह क्षेत्र राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, विशेष रूप से पर्यटन और सांस्कृतिक क्षेत्र में।