नई दिल्ली। Diwali Celebration in White House: हिंदू धर्म के सबसे बड़े पर्व दीपावली की पूरी दुनिया में धूम मची हुई है। अमेरिका भी दीपावली को लेकर काफी चहल-पहल है। भारतीय समुदाय को ध्यान में रखते हुए बीते सोमवार को व्हाइट हाउस (White House) में दीवाली समारोह का आयोजन किया गया। यहां पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने लोगों को संबोधित किया और दीवाली की शुभकामनाएं दीं।
जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा कि दक्षिण एशियाई अमेरिकी समुदाय ने अमेरिकी जीवन के हर हिस्से को समृद्ध किया है। ये समुदाय दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला और सबसे अधिक जुड़ा हुआ समुदाय है। अब, व्हाइट हाउस में दिवाली (Diwali Celebration) खुले तौर पर और गर्व से मनाई जाती है। उन्होंने कहा कि देश एक “विभक्ति बिंदु” का सामना कर रहा है लेकिन आपको ‘आइडिया ऑफ अमेरिका’ को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
Diwali Celebration in White House: अमेरिका में ही सब कुछ संभव
बाइडेन ने कहा कि “यह मेरा घर नहीं है; यह आपका घर है। आज हम एक मोड़ पर हैं, हर कुछ पीढ़ियों में हमें याद दिलाया जाता है कि अमेरिका के विचार को हल्के में न लें। अमेरिकी लोकतंत्र कभी आसान नहीं रहा। हमारे जैसे विविधतापूर्ण देश में, हम बहस करते हैं, हम असहमति जताते लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि हम कभी यह नहीं भूलते कि हम यहां कैसे और क्यों पहुंचे।”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने उस समय को भी याद किया जब उन्होंने और प्रथम महिला जिल बाइडेन ने 2016 में उपराष्ट्रपति के निवास पर पहली दिवाली समारोह की मेजबानी की थी। उन्होंने अपने प्रशासन की विविधता का बखान किया, जिसमें वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ-साथ अमेरिकी सर्जन जनरल विवेक मूर्ति भी शामिल थे। उन्होंने कहा कि केवल अमेरिका में ही सब कुछ संभव है।
2003 से व्हाइट हाउस में मनाई जा रही है दीवाली
बता दें कि व्हाइट हाउस में दिवाली के कार्यक्रमों की शुरुआत 2003 में राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल के दौरान हुई थी और इसमें राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा ओवल ऑफिस में दीया जलाना, साथ ही तत्कालीन उपराष्ट्रपति बिडेन द्वारा 2016 में एक रिसेप्शन आयोजित करना शामिल है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2017 में अपनी बेटी इवांका और अपने प्रशासन के भारतीय अमेरिकी सदस्यों के साथ दीया जलाकर दिवाली की परंपरा को जारी रखा। हालाँकि, 2018 में, महत्वपूर्ण मध्यावधि चुनावों ने व्हाइट हाउस में औपचारिक दिवाली समारोह की 15 साल पुरानी परंपरा को बाधित कर दिया।