Disclosure of Murder : प्रयागराज में बीजेपी नेता रणधीर सिंह यादव की हत्या…! फोन गैलरी में मिली पत्नी के साथ अंतरंग तस्वीरें…आरोपी ने किए सनसनीखेज खुलासे
बदला लेना और सबूत मिटाना था मकसद

प्रयागराज, 1 सितंबर। Disclosure of Murder : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बीजेपी नेता रणधीर सिंह यादव की निर्मम हत्या का मामला दिन-ब-दिन और उलझता जा रहा है। घटना को हफ्ते भर से ज्यादा समय बीत चुका है, लेकिन रणधीर का मोबाइल फोन अब तक पुलिस के हाथ नहीं लग सका है, जो इस पूरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में अहम सबूत माना जा रहा है।
अब तक की पुलिस जांच में जो खुलासे सामने आए हैं, वे चौंकाने वाले हैं। पुलिस ने मुख्य आरोपी राम सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने पूछताछ में बताया कि हत्या के बाद डॉ. उदय रणधीर का मोबाइल फोन अपने साथ ले गया था। डॉ. उदय वही व्यक्ति है, जिसकी पत्नी के साथ रणधीर के अवैध संबंध होने का संदेह है।
मकसद था बदला लेना और सबूत मिटाना
सूत्रों के अनुसार, हत्या के बाद जब सभी आरोपी स्कॉर्पियो में सवार थे, तब डॉ. उदय ने रणधीर का मोबाइल फोन चेक किया। फोन की गैलरी में उदय को अपनी पत्नी की रणधीर के साथ अंतरंग तस्वीरें मिलीं। यह देख वह गुस्से से बेकाबू हो गया और उसने तय कर लिया कि रणधीर को सिर्फ मारना नहीं, बल्कि उसका नामों-निशान मिटा देना है। इसलिए हत्या के बाद शव को रेलवे ट्रैक पर रखवा दिया गया, ताकि पहचान भी न हो सके।
हत्या का पूरा घटनाक्रम
पुलिस जांच में सामने आया है कि 22 अगस्त की रात रणधीर को पहले शराब पिलाई गई, फिर राम सिंह, डॉ. उदय यादव, विजय यादव, सुजीत श्रीवास्तव, जय यादव और रवि पासी ने मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। उसके चेहरे को पत्थर से कुचल दिया गया, और फिर शव को रेलवे ट्रैक पर डाल दिया गया, ताकि दुर्घटना का रूप दिया जा सके। रणधीर की स्कॉर्पियो को चित्रकूट के जंगलों में छोड़ दिया गया।
तीन आरोपी गिरफ्तार, बाकी फरार
अब तक पुलिस इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि डॉ. उदय, उसकी पत्नी सहित कई आरोपी फरार हैं। पुलिस का मानना है कि रणधीर का मोबाइल बरामद होने के बाद ही इस हत्याकांड की पूरी सच्चाई सामने आ सकेगी।
फिलहाल, पुलिस इस हत्याकांड के पीछे राजनीतिक और व्यक्तिगत दोनों एंगल से जांच कर रही है। सूत्रों की मानें तो हत्या के पीछे रणधीर की बढ़ती राजनीतिक सक्रियता, उसके निजी संबंध, और कुछ स्थानीय स्तर पर वर्चस्व की लड़ाई प्रमुख कारण हो सकते हैं।
प्रयागराज पुलिस की टीमें अब भी फरार आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही हैं। आने वाले दिनों में इस हाई-प्रोफाइल हत्याकांड में और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।