
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने की आरोपी ज्योति मल्होत्रा के मामले में हर दिन नए सवाल उठ रहे हैं. क्या उसने अपनी असली पहचान छिपाकर धर्म परिवर्तन किया? क्या उसने मुस्लिम बनकर किसी पाकिस्तानी अधिकारी से शादी की? सोशल मीडिया पर चल रहे ऐसे तमाम दावों और कयासों पर अब हिसार पुलिस ने साफ जवाब देते हुए बड़ा अपडेट दिया है.
पुलिस का कहना है कि अब तक की जांच में ज्योति के धर्म परिवर्तन, शादी या किसी आतंकी नेटवर्क से संबंध जैसी कोई बात साबित नहीं हुई है. ज्योति इस समय भी हिसार पुलिस की हिरासत में है और उसकी पांच दिन की रिमांड आज खत्म हो रही है. इस दौरान पुलिस ने उसके फोन, लैपटॉप, बैंक खातों और डिजिटल ट्रेस को खंगालने में पूरा जोर लगाया, लेकिन अभी तक कोई निर्णायक सबूत हाथ नहीं लगे हैं. एक जांच अधिकारी ने बताया कि, अब तक की जांच में न तो ज्योति के धर्म परिवर्तन का कोई प्रमाण मिला है और न ही किसी पाकिस्तानी अधिकारी से उसके विवाह जैसी कोई बात सामने आई है. यह पूरी तरह अफवाह और अटकलबाजी है.
डिजिटल डिवाइस की फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार
हिसार पुलिस ने बताया कि अब तक ज्योति मल्होत्रा के मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य डिजिटल उपकरणों का डेटा ही खंगाला जा रहा है. लेकिन इन उपकरणों से किसी प्रकार की सैन्य जानकारी, गुप्त दस्तावेज या रणनीतिक सूचनाओं के लीक होने का कोई स्पष्ट प्रमाण सामने नहीं आया है. फॉरेंसिक लैब से रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है, और ये रिपोर्ट ही तय करेंगी कि आरोपी की गतिविधियों का दायरा कितना बड़ा है. व्हाट्सएप चैट को लेकर भी अभी कोई आधिकारिक टिप्पणी पुलिस द्वारा नहीं की गई है. ऐसे में यह अंदेशा जताया जा रहा है कि ज्योति की चैट हिस्ट्री में ऐसे सुराग हो सकते हैं जो आगे की जांच की दिशा तय करेंगे.
सूत्रों की मानें तो पुलिस का फोकस अब ज्योति की ऑनलाइन गतिविधियों, संपर्क सूत्रों और डिजिटल फुटप्रिंट पर है. उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स, ईमेल कम्युनिकेशन और इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप्स के माध्यम से यह जानने की कोशिश की जा रही है कि उसने कब, कहां और किन माध्यमों से पाकिस्तान इंटेलिजेंस के संपर्क साधे. हिसार पुलिस का कहना है कि ज्योति के फोन और लैपटॉप से अभी तक ऐसा कोई डेटा नहीं मिला है, जिससे यह साबित हो सके कि वह देश की सैन्य या रणनीतिक सूचनाओं तक पहुंच रखती थी.
चार बैंक खातों की पड़ताल जारी
जांच में यह सामने आया है कि ज्योति मल्होत्रा के चार अलग-अलग बैंक खाते हैं, जिनकी ट्रांजेक्शन हिस्ट्री की बारीकी से जांच की जा रही है. पुलिस जानना चाहती है कि क्या उसे पाकिस्तान इंटेलिजेंस से कोई आर्थिक सहायता मिली या नहीं. अब तक की जानकारी के अनुसार, इन खातों से किसी प्रकार का संदिग्ध लेन-देन नहीं मिला है, लेकिन ट्रांजेक्शन की जड़ तक जाने के लिए एफएसएल (Forensic Science Laboratory) और बैंकिंग एक्सपर्ट्स की मदद ली जा रही है. यह भी संभव है कि कोई डिजिटल वॉलेट, क्रिप्टोकरेंसी या मनी ट्रांसफर ऐप्स का इस्तेमाल हुआ हो, जिसकी जांच फिलहाल तकनीकी एजेंसियों द्वारा की जा रही है.
पाकिस्तानी इंटेलिजेंस से संपर्क, लेकिन आतंकी लिंक नहीं
हिसार पुलिस की अब तक की जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि ज्योति पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के संपर्क में जरूर थी, लेकिन उसने किसी आतंकी संगठन या आतंकवादी गतिविधि में प्रत्यक्ष भागीदारी नहीं निभाई. पुलिस के अनुसार, कोई ऐसा सबूत नहीं मिला है जिससे यह कहा जा सके कि वह भारत में आतंकी साजिशों की हिस्सेदार रही हो. यह भी साफ किया गया कि धर्म परिवर्तन या किसी पाकिस्तानी अधिकारी से विवाह जैसी अटकलों का कोई आधार नहीं है. इन विषयों को लेकर फिलहाल किसी प्रकार का तथ्य सामने नहीं आया है.
क्या कहना है पुलिस का?
हिसार पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, अब तक जांच में ऐसा कुछ नहीं मिला है जिससे ये कहा जा सके कि आरोपी ज्योति ने भारत की सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े किसी भी संवेदनशील या रणनीतिक जानकारी को साझा किया हो. फिर भी जांच जारी है और सभी पहलुओं को खंगाला जा रहा है.