भीलवाड़ा/राजस्थान, 24 सितंबर। Cruel Mother : राजस्थान के भीलवाड़ा जिले से एक ऐसी हृदयविदारक घटना सामने आई है, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। यहां महज 15 दिन के एक नवजात को मारने की नीयत से जंगल में पत्थरों के नीचे दबा दिया गया, उसके मुंह में पत्थर ठूंस दिए गए और होंठों को फेवीक्विक से चिपका दिया गया, ताकि वह रो न सके।
जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करता नवजात
घटना मंगलवार दोपहर की है। जानकारी के अनुसार, भीलवाड़ा जिले के महादेव जंगल में एक चरवाहा अपने मवेशियों को चराने गया था। तभी पत्थरों के एक ढेर के नीचे हलचल महसूस हुई। जब उसने पास जाकर देखा तो उसकी आंखें फटी रह गईं, वहां एक नवजात शिशु दबा हुआ था, जिसकी सांसें चल रही थीं। चरवाहे ने तत्काल पुलिस को सूचना दी और बच्चे को निकालकर बचाने की कोशिश की।
अस्पताल में भर्ती, हालत स्थिर
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और नवजात को तत्काल जिला अस्पताल भीलवाड़ा ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की हालत बेहद नाजुक थी, लेकिन समय पर इलाज मिलने से अब स्थिति स्थिर है। डॉक्टरों ने जांच में पाया, होंठों पर फेवीक्विक लगाया गया था। मुंह में पत्थर ठूसे हुए थे। दाईं जांघ पर जलाने के निशान भी मिले। जंगल में फेंकने से पहले दूध भी पिलाया गया था।
पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से ले रही है। शुरुआती जांच में पुलिस ने आसपास के अस्पतालों में हाल ही में हुई डिलीवरी के रिकॉर्ड खंगालने शुरू कर दिए हैं। पुलिस को संदेह है कि बच्चे को जानबूझकर मारने की कोशिश की गई है।पुलिस अधिकारियों ने बयान दिया कि, ऐसे जघन्य कृत्य को अंजाम देने वाले को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
चरवाहा बना फरिश्ता
जिस चरवाहे ने समय रहते मासूम को बचाया, वह खुद भी घटना से सदमे में है। उसने बताया कि यदि कुछ मिनट और देर हो जाती, तो शायद बच्चे की जान नहीं बच पाती।
इस घटना के बाद भीलवाड़ा सहित ( Cruel Mother) पूरे राजस्थान में मासूम के लिए दुआओं का दौर चल पड़ा है। अस्पताल में लोग बच्चे का हाल जानने पहुंच रहे हैं और उसके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।