
कोरबा। वेदांत समूह द्वारा संचालित बालको प्रबंधन के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। पूर्व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने मंगलवार को टीपी नगर स्थित कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर बालको प्रबंधन पर जनविरोधी और नियमविरुद्ध कार्यशैली अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने जिला प्रशासन पर भी निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए कहा कि बालको को मनमानी करने की अघोषित छूट मिली हुई है।
0.वन भूमि पर अवैध कब्जा और पर्यावरण प्रदूषण
अग्रवाल ने बताया कि बालको ने रुकबहरी गांव के पास फ्लाई ऐश डाईक क्षेत्र में वन विभाग से 5 एकड़ भूमि पर वृक्षारोपण की अनुमति ली थी, लेकिन अब लगभग 30 एकड़ वन भूमि पर अवैध कब्जा कर लिया गया है। ऐश डाईक से रिसने वाला दूषित पानी बेलगिरी नाले में डाला जा रहा है, जिससे नेहरूनगर, परसाभाठा और बेलगिरी बस्तियों के हजारों निवासियों को राखयुक्त पानी इस्तेमाल करना पड़ रहा है। इससे अस्थमा, चर्मरोग और फेफड़ों की बीमारियां फैल रही हैं।
0.फ्लाई ऐश से चौतरफा प्रदूषण
बालको द्वारा फ्लाई ऐश के परिवहन में नियमों की अनदेखी से सड़कों पर धूल का गुबार उठ रहा है, जिससे दुपहिया वाहन चालकों को दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। रात के अंधेरे में फ्लाई ऐश को सुनसान इलाकों में डंप करने से पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है। अग्रवाल ने कहा कि बालकोनगर बजरंग चौक से परसामाटा बाजार चौक तक सड़क चौड़ीकरण की मंजूरी के बावजूद कोई काम नहीं हुआ। इस मार्ग पर ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाएं आम हैं, जिनमें दो लोगों की मौत भी हो चुकी है।
0.स्थानीय कर्मचारियों के साथ भेदभाव
बालको प्रबंधन पर स्थानीय कर्मचारियों के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए अग्रवाल ने कहा कि पदोन्नति और इंसेंटिव में स्थानीय कर्मचारियों की उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि संयंत्र की नींव स्थानीय लोगों के खून-पसीने से पड़ी, लेकिन प्रबंधन उनकी मेहनत को नजरअंदाज कर रहा है। जन सुनवाई में बालको ने स्थानीय युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन विस्तार परियोजना में तकनीकी पदों पर बाहरी लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है। केवल मजदूर वर्ग में कुछ स्थानीय लोगों को मौका मिला है।
0.प्रभावित परिवारों को मुआवजा और पुनर्वास नहीं
अग्रवाल ने कहा कि शांतिनगर में कूलिंग टॉवर निर्माण से प्रभावित परिवारों को मुआवजा और पुनर्वास का वादा पूरा नहीं हुआ। अग्रवाल ने कहा कि प्रबंधन और प्रशासन की बैठकों में केवल आश्वासन दिए गए, कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
0.बिना अनुमति निर्माण कार्य
अग्रवाल ने कहा कि बालकोनगर के अम्बेडकर स्टेडियम के पुनर्निर्माण के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई, जिससे प्रशासन को राजस्व का नुकसान हो रहा है। साथ ही, सेक्टर-6 में बहुमंजिली इमारतों के लिए हजारों फलदार और छायादार वृक्षों की कटाई की जा रही है, जबकि इन्हें स्थानांतरित करने की अनुमति थी। मिनीमाता चौक से इंदिरा मार्केट और मदरापारा को जोड़ने वाली 50 साल पुरानी सड़क को बाउंड्री वॉल बनाकर बंद करने की योजना है। इससे टाउनशिप और आसपास के इलाकों का संपर्क टूट जाएगा। कोरबा विकास योजना 2031 के तहत बालको बस स्टैंड से कॉफी प्वाइंट तक 150 फीट चौड़ी सड़क बनाने की योजना है, लेकिन बाउंड्री वॉल निर्माण से यह प्रभावित होगा।
0.आपदा प्रबंधन नियमों की अनदेखी
अग्रवाल ने बताया कि कारखाना नियमावली के तहत 15 दिनों का जल भंडारण अनिवार्य है, लेकिन बालको के पास ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। अग्रवाल ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने ठोस कदम नहीं उठाए, तो जन आक्रोश विस्फोटक रूप ले सकता है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो कांग्रेस इन मुद्दों पर आंदोलन करेगी। उन्होंने बालको और प्रशासन से उनके आरोपों का खंडन करने की चुनौती दी, लेकिन कहा कि उनकी चुप्पी उनकी मिलीभगत को दर्शाती है।
पत्रकार वार्ता में कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज चौहान, नत्थूलाल यादव, पूर्व महापौर राजकिशोर प्रसाद, पूर्व सभापति श्याम सुंदर सोनी, संतोष राठौर, श्रीकांत बुधिया, सत्येंद्र वासन, बीएन सिंह, विकास सिंह सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस और महिला कांग्रेस के पदाधिकारी मौजूद थे।