रायपुर। सोमवार की रात करीब 8 बजे पुलिस और साइबर यूनिट ने मुखबीर से मिली सुचना के आधार पर रायपुर के वीआईपी रोड स्थित होटल बेबीलॉन केपिटल में छापामार कार्रवाई की। इस कार्रवाई में पुलिस ने 10 लोगों को ताश पत्ती और 1 लाख 98 हजार 150 रूपए के साथ रंगे हाथों पकड़ा तो ज़रूर लेकिन रसूखदार जुआरियों की साख के आगे उनकी धाक खाक में मिल गई। मीडिया के बढ़ते दबाव से आखिरकार जुआरियों के नाम जारी किए गए है।
पकड़े गए आरोपियों को पुलिस को राजनीतिक दबाव के चलते कागजी कार्रवाई कर एक घंटे में ही छोड़ना पड़ा। वहीँ बुधवार को जब इस मामले की प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई तो उसमे से भी आरोपियों के नाम और तस्वीर को गायब कर दिया गया। ऐसा पहली बार देखने को मिला था जब पुलिस द्वारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में आरोपियों के न ही नाम और तस्वीर का उल्लेख नहीं किया गया था। नाम छुपाने को लेकर रायपुर के मीडिया ने दबाव बनाते हुए आरोपितों के नाम सार्वजनिक करने को लेकर अड़ गए तब जाकर पुलिस ने रसूखदारों के नाम उजागर किये है।
इसलिए छुपाई गई आरोपियों की पहचान
खबरीलाल की माने तो जुआ फड़ में पकडे गए सभी आरोपी प्रदेश के प्रतिष्ठित परिवारों से संबंध रखते हैं जिसके चलते पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में राजनितिक दबाव के चलते इन रईसजादों की पहचान को छुपाया गया था।साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद खानापूर्ति कार्रवाई करते हुए मात्र एक घंटे के भीतर ही छोड़ दिया गया। इन आरोपियों को पुलिस ने दूसरे दिन भी थाने नहीं बुलाया और न ही आगे की कार्रवाई के लिए न्यायलय के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
ये है आरोपियों के नाम