कोरबा। जिले के वन मंडल के दफ्तर में पुराने चर्चित भ्रष्टाचार के मामले में बयान देने आए एसडीओ की क्लर्क ने फाइबर की पाइप से पिटाई कर दी। मामले में पुलिस ने आरोपी क्लर्क को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं एसडीओ को घायल अवस्था में उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया है।
बता दें कि वन विभाग का क्लर्क आरोपी परमेश्वर गुर्जर मड़ना डिपो में पदस्थ हैं। यहां पूर्व में पदस्थ वन विभाग के एसडीओ संजय त्रिपाठी ने डीएफओ के प्रभार में रहने के दौरान क्लर्क परमेश्वर गुर्जर को फर्जी प्रमाण पत्र से नियुक्ति पाने के आधार पर नौकरी से बर्खास्त कर दिया था। इसके खिलाफ परमेश्वर गुर्जर ने इस आधार पर हाईकोर्ट से स्टे ले लिया था कि बिना विभागीय जांच के उसे बर्खास्त किया गया है। इसके बाद वह वन विभाग में फिर से नौकरी करने लगा।
इस दौरान संजय त्रिपाठी कटघोरा में एसडीओ के पद पर स्थानांतरित होकर चले गए। हाईकोर्ट से बाबू ने बिना विभागीय जांच के बर्खास्त करने का आधार बता स्टे लिया था। जिसके चलते वन विभाग ने परमेश्वर गुर्जर के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी थी। वन विभाग के एसडीओ रामकुमार सिदार को फर्जी जाति प्रमाण पत्र की जांच हेतु जांच अधिकारी बनाया गया था। आज वन अधिकारी संजय त्रिपाठी मरवाही के एक पुराने चर्चित भ्रष्टाचार के प्रकरण की जांच में बयान देने कटघोरा से मरवाही आए हुए थे। जिसकी जानकारी परमेश्वर गुर्जर को लग गई। जब एसडीओ संजय त्रिपाठी एसडीओ रामकुमार सिदार के साथ बैठे हुए थे।
तब दोपहर करीबन 12 बजे बाबू परमेश्वर गुर्जर प्लास्टिक का फाइबर पाइप लेकर वहां पहुंचा। उसने दफ्तर में घुसते ही बिना कुछ बात किया बेरहमी से संजय त्रिपाठी को मारना शुरू कर दिया। उन पर लगातार वार करने लगा। बाबू के गुस्से को देखकर एसडीओ रामकुमार सिदार और अन्य कर्मचारी भी बचाव करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। कर्मचारियों ने घायल संजय त्रिपाठी को अस्पताल में ले जाकर भर्ती करवाया। हालांकि, चोट गंभीर नहीं है। पुलिस को सूचना मिलने पर शाम होते होते आरोपी बाबू परमेश्वर गुर्जर को हिरासत में ले लिया गया है।