CG दूसरे चरण की तीनों सीटों पर महिलाएं ही भाग्य विधाता..तीनों सीटों पर महिला वोटरों की संख्या पुरूषों से ज्यादा…
रायपुर। लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण में छत्तीसगढ़ की कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद सीट पर कल वोट डाले जाएंगे। इन तीन सीटों पर कुल 41 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें सबसे ज्यादा महासमुंद में 17, राजनांदगांव में 15 और कांकेर में 9 प्रत्याशी हैं। इनके भाग्य का फैसला 52 लाख 84 हजार से ज्यादा वोटर करेंगे।इन तीनों ही सीटों पर पुरुषों के मुकाबले महिला वोटरों की संख्या अधिक है। तीनों सीटों को मिलाकर कुल 52 लाख 84 हजार 938 वोटर हैं। इनमें 26 लाख 79 हजार 528 महिला और 26 लाख 5 हजार 350 पुरुष वोटर शामिल हैं।
कितनी हैं महिला उम्मीदवार
मतदाताओं की संख्या में भले ही महिलाएं आगे हैं, लेकिन चुनाव लड़ने के मामले में महिलाएं बहुत पीछे हैं। तीन में से एक सीट पर एक भी महिला प्रत्याशी नहीं। बाकी 2 सीटों पर कुल 3 महिलाएं चुनाव लड़ रही हैं। महासमुंद संसदीय सीट जहां कुल 17 प्रत्याशी हैं, वहां महिला प्रत्याशी की संख्या केवल एक है। बता दें कि बीजेपी ने यहां से महिला प्रत्याशी रुप कुमारी चौधरी को टिकट दिया है। वहीं, राजनांदगांव के 15 उम्मीदवारों में 2 महिला प्रत्याशी हैं। इनमें हर राज पार्टी से ललिता कंवर और निर्दलीय त्रिवेणी शामिल हैं।
1998 से कांग्रेस का नहीं खुला खाता
दूसरे चरण की सीटों में शामिल कांकेर में 1998 से कांग्रेस लगातार हार रही है। 1998 में बीजेपी के सोहन पोटाई ने इस सीट पर बीजेपी का परचम लराया था। इसके बाद 1999, 2004 और 2009 लगातार 4 बार जीत दर्ज की। 2014 में बीजेपी के विक्रम उसेंडी और 2019 में मोहन मंडावी बीजेपी की टिकट पर जीत कर संसद पहुंचे। बीजेपी ने इस बार भोजराज नाग को टिकट दिया। वहीं, कांग्रेस से बिरेश ठाकुर मैदान में हैं।
राजनांदगांव में उप चुनाव में मिली थी जीत
राजनांदगांव लोकसभा सीट राज्य की सबसे हॉट सीट बनी हुई है। इस सीट से कांग्रेस ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को टिकट दिया है। बघेल का मुकाबला सीटिंग एमपी संतोष पांडेय से है। राजनांदगांव सीट पर 1999 में बीजेपी की टिकट पर डॉ. रमन सिंह सांसद चुने गए थे। 2004 में वहां से प्रदीप गांधी बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीते। 2007 में वहां उप चुनाव हुआ, जिसमें कांग्रेस के देवव्रत सिंह ने जीत दर्ज की, लेकिन 2009 के आम चुनाव में फिर बीजेपी इस सीट पर काबिज हो गई। मधुसुदन यादव बीजेपी की टिकट पर सांसद चुने गए। 2014 में अभिषेक सिंह और 2019 में संतोष पांडेय निर्वाचित हुए।
महासमुंद 2004 में जोगी ने दिलाई थी जीत
महासमुंस संसदीय सीट पर कांग्रेस अंतिम बार 2004 में चुनाव जीती थी, तब अजीत जोगी ने बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे विद्याचरण शुक्ल को हराया था। इसके बाद कांग्रेस को वहां लगातार हार का सामना करना पड़ा है। 2009 और 2014 में चंदूलाल साहू और 2019 में चुन्नीलाल साहू बीजेपी की टिकट पर जीते थे।