रायपुर। Raipur City Crime: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गिरफ्तार किए गए शूटर ने खुलासा किया है कि छत्तीसगढ़ कोयला कारोबारी की हत्या की यह सुपारी पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को दी गई थी। हालांकि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने इन कारोबारियों के नाम नहीं बताए हैं, लेकिन वे झारखंड में बड़ा कारोबार करते हैं, और वहीं पर उनसे रंगदारी टैक्स मांगा जा रहा था। मांग के मुताबिक रंगदारी टैक्स न देने पर उनके कत्ल का ठेका दिया गया था।
Raipur City Crime: बता दें कि पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह देश की कई बड़ी चर्चित हत्याओं के पीछे शामिल है। उसके गिरोह के मलेशिया में बैठे मयंक सिंह नाम के गैंगस्टर ने राजस्थान और झारखंड से इन हत्यारों का इंतजाम किया था जो कि पिस्तौल लेकर छत्तीसगढ़ पहुंचे थे, और जिन्हें यहां के दो कारोबारियों को 20-20 गोलियां मारने के लिए भेजा गया था।
इस मामले में रायपुर के आईजी अमरेश मिश्रा, और एसएसपी संतोष सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस में भाड़े के इन शूटरों को पेश किया, और पूरी साजिश की जानकारी दी है। इनमें एक गिरफ्तार झारखंड का है, और बाकी तीन राजस्थान के रहने वाले हैं जिन्हें एक-एक को कई-कई लाख रूपए इन हत्याओं के लिए दिए जा रहे थे। ये सारे के सारे लोग 20 से 31 साल के बीच के हैं, और सभी का पुराने जुर्म का रिकॉर्ड भी है।
गिरफ्तार आरोपियों में देवेन्द्र, मुकेश कुमार और पप्पू सिंह शामिल हैं। पप्पू सिंह, भूपेन्द्र सिंह गैंग का सदस्य है। इनमें से एक इंदौर से बाइक लेकर शूटर के साथ पहुंचा था। ये लोग पिछले 4-5 दिनों से रैकी कर रहे थे। ताकि सोमवार को वारदात कर सके। इस रैकी का उन्होंने वीडियो भी बनाया था। जिसे पुलिस ने जब्त किया है।
एसएसपी के मुताबिक रैंसम के लिए ये लोग जेल में रहकर ही शूटर नियुक्त करते थे। इसके लिए वे सोशल मीडिया के इनक्रिप्टेट साइड्स का इस्तेमाल करते थे। ऐसे ही एक मैसेज ट्रैप होने पर रायपुर पुलिस के साइबर सेल ने इनकी गिरफ्तारी के लिए राजस्थान, झारखंड, दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर यह ऑपरेशन चलाया था।
ये लोग अपने ऑपरेशन आर्मी, बीएसएफ जैसे अन्य नामों से अंजाम देते। और पकड़े जाने पर राम-राम या जय श्रीराम, जय माता दी कहकर एक-दूसरे को इत्तला करते थे। पुलिस ने इनके पास से एक पिस्टल, एक बाइक, गोलियों से भरी मैग्जीन, चार मोबाइल जब्त किया है। पुलिस ने आगे की पूछताछ, और गिरफ्तारियां करने रविवार दोपहर इन्हें रिमांड पर लिया।
Raipur City Crime: झारखंड के अमन साहू गैंग को गई थी सुपारी
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक झारखंड के अमन साहू गैंग का यह काम है, और उसने इस मामले को अधिक पेशेवर तरीके से करने के लिए लॉरेंस बिश्नोई जैसे बड़े गिरोह को इसकी सुपारी दी थी। बता दें कि कुछ बरस पहले भी इस गिरोह का एक शूटर झारखंड से छत्तीसगढ़ आकर हवाई फायर करके दहशत पैदा कर रहा था ताकि जिनसे झारखंड में वसूली करनी है, वे इस गिरोह को गंभीरता से लें। अभी जब पुलिस को खुफिया जानकारी मिली, और इन भाड़े के शूटरों का पीछा किया गया, नजर रखी गई, और गिरफ्तार किया गया।
Raipur City Crime: ऐसे मिला क्लू
जांच के दौरान पुलिस को तब तक उन कारोबारियों के नाम नहीं मालूम थे जिन्हें मारने का ठेका दिया गया था। शूटरों से जब ये नाम पता चले हैं, तो उन कारोबारियों को भी सावधान किया गया है। पुलिस ने इनके नाम नहीं बताए हैं। सुपारी किलर इनमें से एक को रायपुर में और दूसरे को छत्तीसगढ़ के एक दूसरे शहर में मारने की प्लानिंग कर रहे थे।
पूछताछ में पुलिस से यह जानकारी भी मिली है कि इसी गिरोह ने कुछ दिन पहले मुम्बई में सलमान खान के घर पर भी गोलियां चलाई थीं। इन शूटरों को पकडऩे से अभी मयंक सिंह का जो नंबर मिला है, वह अभी मलेशिया में मिल रहा है।
ये शूटर झारखंड से निकलकर, मध्यप्रदेश के इंदौर से पिस्तौल खरीदकर, उज्जैन में महाकाल के दर्शन करके रायपुर पहुंचा था। इसमें मोटरसाइकिल, और भागने के इंतजाम के लिए राजस्थान से लोगों को भेजा गया था। इन तमाम लोगों को टेलीफोन पर बात न करने, और इंटरनेट कॉलिंग से ही एक-दूसरे से संपर्क रखने के अलावा राम-राम और जय माता दी जैसे कोड का इस्तेमाल करने को कहा गया था। लेकिन पुलिस अपनी खुफिया जानकारी के आधार पर लगातार इनके फोन और लोकेशन पर नजर रख रही थी, और रायपुर में ये हत्या कर पाएं, उसके पहले ही ये लोग दबोच लिए गए।