भिलाई। महादेव ऑनलाइन सट्टा एप और हवाला से पैसे लेन देन मामले में गिरफ्तार निलंबित आरक्षक सहदेव सिंह यादव को दुर्ग एसपी (Durg SP) जितेंद्र शुक्ला ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। दुर्ग एसपी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि निलंबित आरक्षक सहदेव सिंह यादव को गंभीर कदाचरण, अपराधिक आचरण, अनुशासनहीनता व स्वच्छाचारित प्रवृत्ति के कारण सेवा से पदच्युत किया जाता है। सोमवार शाम एसपी ने निलंबित आरक्षक के बर्खास्तगी का आदेश जारी कर दिया है।
महादेव सट्टे से की अवैध कमाई
ईओडब्ल्यू की टीम ने सहदेव को बुधवार रात राजनांदगांव के सोमनी ढाबे से हिरासत में लिया था। रायपुर में पूछताछ के बाद गुरुवार को उसकी गिरफ्तारी की। महादेव सट्टे की अवैध कमाई से निलंबित सिपाही सहदेव यादव ने कई प्रॉपर्टी बनाई है। उन पैसों से जमीन से लेकर शेयर मार्केट तक में निवेश किया। सहदेव ने सट्टे के पैसे से खुद के लिए जमीन और गाड़ी खरीदी। ईओडब्ल्यू ने उसकी इनोवा कार जब्त कर ली है। पिछले कई महीने से सहदेव प्रदेश से बाहर था। वह दो-तीन दिन पहले ही मुंबई से लौटा था। चर्चा है कि वह 5-6 करोड़ कैश लेकर लौटा था। हालांकि ईओडब्ल्यू की टीम को उसके पास कैश नहीं मिला है।
दोनों भाई करते थे महादेव एप का पैनल ऑपरेट
महादेव बुक एप ऑनलाइन सट्टे की काली कमाई से दो सगे कांस्टेबल भाईयों ने करोड़ों की प्रॉपर्टी बनाकर अपना साम्राज्य खड़ा कर लिया। पिछले तीन साल में दोनों भाईयों ने सीजी पुलिस की खाकी पहनकर न सिर्फ महादेव बुक एप का पैनल ऑपरेट किया बल्कि हवाला लेन देन में भी शामिल रहे। इस बात की तीन साल तक पुलिस विभाग को भनक तक नहीं लगी। दोनों भाईयों के गिरफ्तार होने के बाद ऑनलाइन सट्टा किंग से जुड़ी काली सच्चाई अब सामने आने लगी है।