रायपुर। छत्तीसगढ़ राइस मिल एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष रहे कुरूद निवासी रौशन चंद्राकर को इलाज के लिए मेकाहारा ले जाने की बजाए होटल ले जाने वाले जेल प्रहरी लखन जायसवाल को निलंबित करने के बाद अब उसके खिलाफ FIR भी दर्ज करा दी गई है। सवा सौ करोड़ के कस्टम मिलिंग प्रोत्साहन घोटाले में इस रौशन की अहम भूमिका मानी जा रही है।
बता दें कि रौशन चंद्राकर को काफी समय तक फरार रहने के बाद मई में दिल्ली से ED ने गिरफ्तार किया था। यह वाकया 2 अगस्त का है। हालांकि लगभग तीन महीने बाद 8 अगस्त को वह जमानत पर रिहा हुआ है। इससे पहले ईलाज के नाम पर रौशन चंद्राकर को मेकाहारा ले जाने की अनुमति दी गई थी। उसे अस्पताल न ले जाकर जेल रोड स्थित होटल वेलिंगटन कोर्ट में परिवार के साथ समय बिताने की छूट दी गई।
यह मामला जब मीडिया में उछला तब जांच हुई और खुलासा हुआ कि जेल अधीक्षक की जानकारी के बगैर प्रहरी लखनलाल जायसवाल ने अपना हुलिया बदला और वर्दी के ऊपर टी शर्ट पहनकर रौशन को होटल ले गया। इस मामले में प्रहरी को तत्काल निलंबित कर दिया गया था।
इसी कड़ी में कल ही गंज थाने में लखन जायसवाल के खिलाफ जेल मैन्युअल की धारा 188, जेल का उल्लंघन समेत कई अन्य धाराएं दर्ज की गईं है। इस मामले में प्रहरी की गिरफ्तारी तय मानी जा रही है।