मंदसौर/मध्य प्रदेश, 01 अगस्त। Best Friendship : मंदसौर जिले के जवासिया गांव में कैंसर से ग्रसित 71 वर्षीय सोहनलाल जैन की मृत्यु के बाद उनकी अंतिम इच्छा पर अम्बालाल प्रजापत ने ऐसा कर दिखाया जो दिलों को छू गया। जैन ने 9 जनवरी 2021 को अपने दो दोस्तों अंबालाल और शंकरलाल को एक पत्र लिखकर कहा था कि उनकी अंतिम यात्रा में डीजे बजते हुए अर्थी के आगे नाचकर विदाई दें- कोई रोना-धोना नहीं, खुशी-खुशी विदाई देना।
अंतिम इच्छा और दोस्ती का गहरा रिश्ता
सोहनलाल ने पत्र में बताया, यदि मैंने गलती की हो, तो क्षमा करना… और अंतिम यात्रा में आंसू नहीं बल्कि उत्सव भावना होनी चाहिए। दोस्ती की शुरुआत गांव के प्रभात फेरी (सुबह की सैर) से हुई, दोनों पिछले कई दशकों से ज़िंदगी की हर सुबह साथ बिताते थे।
जैन के निधन के बाद, 30 जुलाई को उनके अंतिम संस्कार के समय प्रजापत ने अर्थी के आगे नाचना शुरू किया, जबकि गांववालों ने इसे न करने को कहा। लेकिन उन्होंने कहा- यह मेरे दोस्त की अंतिम इच्छा थी। उन्होंने संवेदनशील आँसू भरे स्वर में कहा, मन में पीड़ा थी, लेकिन मैं दोस्ती की वचनबद्धता निभाना चाहता था।
सोशल मीडिया पर वायरल
इस अनूठे और दिल को छू लेने वाले दृश्य का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसे देखकर हजारों लोग भावुक हुए। कई यूजर्स ने इसे दोस्ती की उदाहरण बताया- एक दोस्त ने अंतिम वादा निभाया।