समस्तीपुर, 18 अगस्त। Be Careful : बिहार के समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत नरहन वार्ड संख्या 12 से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है, जहां करंट की चपेट में आने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक बच्ची गंभीर रूप से झुलस गई है। यह हादसा गांव में बिजली व्यवस्था की लापरवाही को उजागर करता है।
बिजली आपूर्ति की मरम्मत करते समय हुई दुर्घटना
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शांति देवी के घर में बिजली आपूर्ति बाधित थी। उनके बेटे अजित कुमार ने जब घर के पास लगे सर्विस वायर को देखा, तो पाया कि उस पर एक पेड़ की डाल लटकी हुई थी जिससे करंट प्रवाहित हो रहा था। करंट के कारण ही बिजली बाधित हो रही थी।
अजित जब उस डाल को हटाने गए, तो वे करंट की चपेट में आ गए। बेटे को तड़पते देख मां शांति देवी और पोता अनिल राम भी दौड़े और बांस के सहारे तार से अजित को अलग करने का प्रयास किया। लेकिन बांस टूट गया और दोनों भी करंट की चपेट में आ गए। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
इस दौरान शांति देवी की गोद में बैठी एक छोटी बच्ची भी करंट की जद में आकर गंभीर रूप से झुलस गई। फिलहाल बच्ची का इलाज समस्तीपुर सदर अस्पताल में जारी है।
MLA ने दिया मदद का भरोसा
घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय विधायक अजय कुमार अपने दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। विधायक ने इस हादसे को दुखद बताते हुए प्रशासन से पीड़ित परिवार की मदद के लिए त्वरित कार्रवाई की मांग की। घटना की सूचना मिलते ही विभूतिपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
गांव में शोक की लहर
इस अचानक हुए दर्दनाक हादसे से पूरे गांव में मातम छा गया है। एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है और मामले की जांच व कार्रवाई की मांग की है।
सबक छोड़ गया यह हादसा
यह घटना एक चेतावनी है कि बिजली से जुड़े कार्य बिना विशेषज्ञ और सुरक्षा उपायों के करना जानलेवा हो सकता है। लोगों से अपील की जा रही है कि बिजली संबंधी किसी भी समस्या की जानकारी तुरंत बिजली विभाग या संबंधित अधिकारी को दें और स्वयं उसे ठीक करने का प्रयास न करें।