न्यूज डेस्क। पुरी के जगन्नाथ मंदिर का खजाना आज 14 जुलाई को खोला जा रहा है. 46 साल बाद यह खजाना खोला जा रहा है और इसके लिए सांप पकड़ने वाले विशेषज्ञों को सबसे पहले अंदर भेजा जा रहा है. माना जा रहा है कि खजाने के साथ सांपों की मौजूदगी भी हो सकती है. क्या आप जानते हैं कि हमेशा खजाने के साथ सांप ही क्यों रहते हैं, कोई अन्य जीव क्यों नहीं?
धर्म के साथ रहते हैं नाग देवता
इस विषय में ज्योतिषाचार्य पंडित शशिशेखर त्रिपाठी कहते हैं कि नाग देवता हमेशा धर्म के साथ रहे हैं. चाहे भगवान शंकर के गले में लिपटे नाग हों या भगवान विष्णु की शैया के रूप में हों. देवासुर संग्राम में समुद्र मंथन की रस्सी भी नाग देवता ही बने थे.
नाग के फन पर ही टिकी है धरती
यहां तक कि भगवान के अवतारों में भी उनके साथ हर समय नाग देवता की मौजूदगी रही है. जब भगवान राम ने अवतार लिया तो शेषनाग ने उनके भाई लक्ष्मण के रूप में अवतार लिया. इसी तरह भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम भी शेषनाग का अवतार है. यहां तक की हिंदू धर्म-शास्त्रों के अनुसार नाग के फन पर ही धरती टिकी हुई है.
लक्ष्मी के रक्षक हैं नाग
जहां तक बात है खजाने, धन-संपत्ति, सोने-चांदी के साथ नाग या सांप मिलने की है तो नाग या सांप हमेशा से धन के रक्षक रहे हैं. भगवान विष्णु ने माता लक्ष्मी की रक्षा के लिए नाग को उनके साथ भेजा है. इसलिए जहां कहीं लक्ष्मी होंगी वहां सांप जरूर होंगे. सांप ही धन की रक्षा करते हैं. इसलिए नागों को धन का रक्षक कहा गया है.
लक्ष्मी जी चलायमान और सांप स्थिरता का प्रतीक
लक्ष्मी जी को चलायमान कहा गया है जबकि सांप यदि कुंडली मारकर बैठ जाए तो वह स्थिरता का प्रतीक हो जाता है. लिहाजा जहां खजाना या अधिक मात्रा में धन हो तो वहां सांप जरूर होते हैं. जो भी व्यक्ति उस धन को पाने की कोशिश करे, उसे उन सांपों से निपटना होता है.
कई पीढ़ी तक रहता है नाग हत्या का पाप
चूंकि हिंदू धर्म में नाग देवता की पूजा की जाती है इसलिए सांप को मारना अक्षम्य अपराध माना गया है. नाग हत्या का पाप कई पीढ़ी तक पीछा नहीं छोड़ता. यही वजह है कि खजानों की चर्चा जरूर होती है लेकिन खजाना पाना आसान नहीं होता है. साथ ही जहर के कारण लोगों के मन में सांप को लेकर भय भी सबसे ज्यादा होता है.
...फिर सांप जीवित कैसे रहते हैं
अब सवाल यह है कि सालों-साल तक जमीन के अंदर या दुर्गम स्थानों पर खजाने की रक्षा करने वाले सांप जीवित कैसे रहते हैं. दरअसल, सांप जमीन में रहने के आदी होते हैं, वे अपना बिल भी जमीन के अंदर ही बनाते हैं. मिट्टी में उन्हें जीवित रहने लायक ऑक्सीजन और भूमिगत जल भी मिल जाता है. छोटे-मोटे जीवों को वे अपना भोजन बना लेते हैं और अपने लचीले शरीर के कारण वे कहीं से भी बाहर आ-जा सकते हैं. साथ ही सांपों की उम्र बहुत ज्यादा होती है. सांंप 100 से 200 साल तक जी सकते हैं.