
ACB Raid : सक्ती। भ्रष्टाचार के खिलाफ छत्तीसगढ़ में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) का अभियान जोरों पर है। ताजा कार्रवाई में एसीबी (ACB) ने सक्ती जिले के जैजैपुर कार्यालय में पदस्थ मंडल संयोजक संदीप खांडेकर को नौकरी दिलाने के नाम पर रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह घटना जिले में पिछले दो महीनों के भीतर एसीबी (ACB) की दूसरी बड़ी ट्रैप कार्रवाई है, जिसने भ्रष्ट अधिकारियों के बीच हड़कंप मचा दिया है।
ACB Raid : बता दें कि यह मामला तब सामने आया जब ग्राम कुटराबोड़ निवासी राजेंद्र जांगड़े ने एसीबी (ACB) बिलासपुर में शिकायत दर्ज की। राजेंद्र ने बताया कि उनका बेटा रवींद्र जांगड़े बालक अनुसूचित जाति आश्रम कुटराबोड़ में दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी के तौर पर चौकीदार और रसोइये का काम करता था। करीब एक माह पहले छात्रावास के इलेक्ट्रिक बोर्ड को अज्ञात लोगों ने तोड़ दिया, जिसके बाद रवींद्र को नौकरी से हटा दिया गया। अपने बेटे की नौकरी बचाने के लिए राजेंद्र ने आदिवासी विकास विभाग, जैजैपुर के मंडल संयोजक संदीप खांडेकर से संपर्क किया। इस दौरान खांडेकर ने रवींद्र को दोबारा नौकरी पर रखने के बदले 1.5 लाख रुपये की रिश्वत मांगी।
ACB Raid : एसीबी ने बिछाया जाल-
शिकायत के सत्यापन के दौरान खांडेकर ने पहली किश्त के रूप में 50,000 रुपये ले लिए थे और दूसरी किश्त के लिए भी 50,000 रुपये की मांग की। एसीबी (ACB) ने शिकायत के आधार पर योजना बनाई और आज राजेंद्र को रिश्वत की रकम के साथ आरोपी के पास भेजा। खांडेकर ने राजेंद्र को जेठा स्थित कलेक्ट्रेट के पास आदिवासी विकास विभाग के कार्यालय में बुलाया। वहां राजेंद्र ने 50,000 रुपये की रिश्वत खांडेकर को सौंपी, जिसे उसने अपनी मारुति कार में रखा। तभी पहले से तैयार एसीबी (ACB) टीम ने धावा बोलकर खांडेकर को दबोच लिया और रिश्वत की रकम बरामद कर ली। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत कार्रवाई शुरू की गई है।
ACB Raid : दो महीने में दूसरी कार्रवाई-
गौरतलब है कि दो महीने पहले भी कुटराबोड़, जैजैपुर में राजस्व निरीक्षक बद्रीनारायण जांगड़े को एसीबी (ACB) ने रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। लगातार हो रही इन कार्रवाइयों से जहां भ्रष्टाचारियों में खौफ बढ़ा है, वहीं आम जनता इसे राहत की सांस के रूप में देख रही है। एसीबी (ACB) सूत्रों का कहना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।