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एक अंगूठी और… वो चीज जिसे तलाशी में निकालने से सोरेन ने किया मना, जेल में कटी रात

न्यूज डेस्क। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को लेकर ED ने विशेष अदालत को महत्वपूर्ण जानकारी दी है. ईडी ने बताया कि सोरेन को गिरफ्तारी का लिखित आधार रात 10 बजे दिया जा सका था. सोरेन ने तलाशी के दौरान एक धार्मिक लॉकेट और एक अंगूठी निकालने से इनकार दिया था. मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद सोरेन (48) को ईडी ने बुधवार रात गिरफ्तार किया. इससे पहले एजेंसी ने दिन में 7 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की थी. आज का दिन सोरेन के लिए अहम है क्योंकि विशेष कोर्ट ईडी की अपील पर फैसला लेगा. उधर, सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई होनी है. आज ही झारखंड के नए सीएम चंपई सोरेन शपथ लेने वाले हैं.

8.5 एकड़ जमीन का मामला

ED ने दावा किया है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन को उनकी गिरफ्तारी के बारे में सूचना बुधवार शाम पांच बजे दी गई थी, लेकिन वह आदेश स्वीकार करने को तैयार नहीं थे. ईडी ने कहा कि वह पहले मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंपना चाहते थे. एजेंसी ने रिमांड नोट में आरोप लगाया कि सोरेन बिना सहमति के और उस वक्त जारी कार्यवाही पूरी किए बगैर राजभवन के लिए निकल गए. ईडी ने यह भी आरोप लगाया कि सोरेन के अवैध कब्जे में करीब 8.5 एकड़ कुल क्षेत्रफल के एक दर्जन भूखंड हैं और यह मनी लॉन्ड्रिंग के तहत अपराध से अर्जित आय है.

ईडी ने मांगे 10 दिन

संघीय एजेंसी ने विशेष पीएमएलए अदालत से उनकी 10 दिन की हिरासत का अनुरोध किया है. एजेंसी ने सोरेन को शाम 5 बजे अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को गिरफ्तारी के बारे में सूचित करने की अनुमति दी थी. अदालत ने कल सोरेन को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.

जेल में कटी रात

PMLA कोर्ट ने अपना आदेश शुक्रवार यानी आज के लिए सुरक्षित रखा है. झामुमो नेता को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में रात काटनी पड़ी. आज पता चलेगा कि उन्हें जेल मिलेगी या राहत. उधर, गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली हेमंत सोरेन की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करने के लिए सहमत हो गया है. सोरेन ने पहले झारखंड उच्च न्यायालय में अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी थी, बाद में उन्होंने वकीलों के माध्यम से उच्चतम न्यायालय का रुख किया.

राहुल के आने से पहले चंपई शपथ लेंगे

झारखंड के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन ने आज झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री की शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया है. इससे पहले राज्य में भ्रम की स्थिति बनी हुई थी. करीब 24 घंटे तक मुख्यमंत्री न होने की वजह से राजनीतिक संकट गहरा गया था. राज्यपाल के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा, ‘हमने उन्हें शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया है. अब वह तय करेंगे कि शपथ कब लेनी है.’

प्रदेश कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि चंपई सोरेन को अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है. कांग्रेस राज्य में झामुमो गठबंधन की सहयोगी पार्टी है. ठाकुर ने कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करेंगे कि राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के राज्य में प्रवेश करने से पहले शुक्रवार दोपहर तक शपथ ले ली जाए.’

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