कोरबा। अपहरण और दुष्कर्म के जिस आरोपी को पकड़ने यूपी गई थी पुलिस उसे लाफा के बुडबुड से गिरफ्तार किया गया है। पकड़े आरोपी के खिलाफ बीएनएस 137(2), 64,69,87,155(2),4 6 posco act के तहत कार्रवाई करते हुए न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
बता दें कि नाबालिक के पिता ने पाली थाना आकर लिखित रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसकी छोटी बेटी पीडिता उम्र 16 साल 07 माह की है जो कक्षा 12वीं तक पढी है कि दिनांक 30.08.2024 को प्रार्थी के द्वारा सोसायटी चांवल लेने तथा उसकी पत्नी गाय चराने गई थी। घर में उसकी बडी बेटी एवं छोटी बेटी थे। दिनांक 30/08/2024 को समय करीबन 12:00 बजे दोपहर प्रार्थी की सबसे छोटी बेटी पीडिता बिना बताएं घर से कहीं चली गई ।जिसकी पता तलाश आसपासके रिश्तेदारों तथा गांव में पता किये कोई पता नही चलने पर किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा बहला फुसलाकर भगाकर ले गया होगा, कि रिपोर्ट पर अपराध पंजीबध्द कर विवेचना कार्यवाही में लिया गया था। विवेचन दौरान आरोपियों एवं अपहृता का पता तलाश किया गया ।जो आरोपी पता नही चला अपहृता अपनी माता-पिता के साथ दिनांक 22/10/2024 को थाना लाकर पेश किये जिसे बरामद किया गया बरामदगी पंचनामा तैयार किया गया। अपहृता का कथन एवं गवाहों का कथन बाल कल्याण समिति एवं पुलिस अधिकारी से कराया गया। जो आरोपी राहुल धनुहार पिता स्व. पंचूराम धनुहार उम्र-32 साल साकिन लाफा बहेराभांठा थाना पाली जिला कोरबा (छ.ग.) के द्वारा दिनांक 30/08/2024 को बहला फुसलाकर भगाकर कानपुर (उप्र) ले जाकर शादी का प्रलोभन देकर लगातार दुष्कर्म करना ईंट भटठा में पत्नी बनाकर रखकर हाथ मुक्का से मारपीट करना बताई है। जो धारा- 64, 69, 87, 115(2), 4,6 पोक्सो एक्ट का पाये जाने से प्रकरण में जोडी गई है। प्रकरण में आरोपी का पता तलाश हेतु पुलिस टीम कानपुर गई थी जो आरोपी सूचना स्थल पर नही मिला। प्ररकण में आरोपी का पता तलाश जारी था । इसी दौरान मुखबिर से सुचना मिली कि आरोपी राहुल पाली बस स्टैंड में आया हुआ है। उक्त सूचना को पुलिस अधीक्षक सिध्दार्थ तिवारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यू.बी एस- चैहान एवं श्रीमति नेहा वर्मा एवं अुनभिगीय पुलिस अधिकारी कटघोरा पंकज ठाकुर के मार्गदर्शन पर निरीक्षक चमन सिन्हा थाना प्रभारी पाली, के निर्देश पर टीम गठित कर पाली अंतर्गत बुडबुड खदान के पास आरोपी को घेराबंदी का पकडा गया ।जिसे थाना लाकर आरोपी को घटना के संबंध में पूछताछ किया गया जो अपराध घटित करना स्वीकार करने पर दिनांक 12/11/2024 को विधिवत गिरफतार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।
इनका रहा योगदान
उक्त कार्यवाही पर प्रधान आरक्षक, हिरावन सिंह सरूते, आरक्षक नारायण कश्यप, नरेश बंजारे, परमालाल मंझवार, रवि गुप्ता, अनिल कुर्रे का महत्वूपर्ण योगदान रहा ।