Korba 90000 के एकदम करीब। लगभग रोज बढ़ती कीमत के बाद अब सराफा बाजार तय मान रहा है कि चांदी की कीमत 1 लाख रुपए प्रति किलो तक जा सकती है।
निवेशकों में इन दिनों चांदी की खरीदी को प्राथमिकता मिल रही है क्योंकि भाव लगातार बढ़त लिए हुए हैं। दीपावली के लिए निकल रही खरीदी भी चांदी के तेवर तीखे किए हुए हैं। ऐसे में मंदी की संभावना फिलहाल दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है।
नया खरीददार
सौर ऊर्जा को लेकर देश स्तर पर जैसा रुझान देखा जा रहा है, उसने चांदी के तेवर इसलिए तीखे कर दिए हैं क्योंकि सोलर प्लेट बनाने में चांदी की अहम जरूरत होती है। इस जरूरत के बाद सोलर प्लेट निर्माण इकाइयों की मांग चांदी में निकली हुई है। भविष्य में यह मांग दोगुनी से आगे बढ़ने की प्रबल संभावना है। इसलिए खरीदी का दबाव कीमत को बढ़ाने में मददगार माना जा रहा है।
निवेशकों का निवेश
रियल स्टेट के बाद निवेशकों का ध्यान अब सराफा में है। जिस गति से चांदी के भाव बढ़ रहे हैं, उसे निवेशक बेहतर संभावना वाला क्षेत्र मान रहे हैं लिहाजा निवेशक चांदी की खरीदी में अच्छा रुझान दिखा रहे हैं। यह दूसरा ऐसा क्षेत्र है, जिसकी वजह से भी चांदी रोज नई कीमत लेकर सराफा बाजार में पहुंच रही है। इसे देखते हुए पूंजी की उपलब्धता अनुसार निवेश किये जा रहे हैं।
आए परंपरागत खरीदी के दिन
दीप पर्व के लिए सराफा बाजार ने भी तैयारी चालू कर दी है। सिक्के, मूर्तियां और बर्तन बनाने जैसी गतिविधियां चालू हो चुकी है, तो आयुर्वेदिक औषधि बनाने वाली ईकाइयों की खरीदी भी चांदी में निकली हुई है। इस तरह एक साथ तीन क्षेत्रों की खरीदी के बीच दबाव में है चांदी। कीमत कच्ची चांदी में 89000 रुपए और पक्की चांदी में 89500 रुपए किलो तक पहुंच चुकी है।