बांकीमोंगरा । खोलार नदी में मछली मारने बिछाए जाल को निकालते वक्त एक बुजुर्ग तेज बहाव की चपेट में आकर बह गया। उसकी तलाश का प्रयास किया जा रहा था, इस बीच नशे की अवस्था में एक ग्रामीण उफनते नदी में छलांग लगा दिया। इस बीच एक आरक्षक उसे बचाने जान हथेली में लेकर नदी में कूद पड़ा और किसी तरह उसे बाहर निकाला।
ग्राम पंचायत देवरी के तेंदूकोना बस्ती में रहने वाला बुजुर्ग शंकर सिंह 61 वर्ष सोमवार को सुबह जाल लेकर खोलार नदी पहुंचा। यहां वह जाल फंसा कर वापस घर लौट आया। कुछ कामकाज निपटाने के बाद वह सुबह आठ बजे पुन: नदी गया। ट्यूब में बैठ कर वह जाल निकाल कर वापस लौट रहा था। इस बीच अचानक पानी में उफान आ गया और वह बह गया।आसपास के लोगों ने यह घटना देखा, पर काफी दूर होने की वजह से उसे बचा नहीं सके। इसकी जानकारी मिलने पर बुजुर्ग के स्वजन व गांव के सरपंच समेत कुछ लोग मौके पर पहुंचे। एनीकट का गेट खोलने के लिए कहा गया।
लापता शंकर का पता चल सके। यह कवायद की जा रही थी, इसी बीच खुद को गोताखोर बताते हुए नशे की अवस्था में राजेश कुमार यादव पुल के ऊपर से नदी में छलांग लगा दिया। यह देख मौके पर उपस्थित आरक्षक रोहित प्रताप सिंह भी नदी में उसे बचाने कूद पड़ा। संयोग से इसी दौरान गेट खोलने के लिए सायरन भी बज पड़ा। किसी तरह बाइक में तेज रफ्तार से एनीकट तक पहुंचे और गेट को बंद कराया, तब कहीं जाकर आरक्षक रोहित, राजेश कुमार को सुरक्षित बाहर निकाल सका। गोताखोर तो आए थे, पर तेज बहाव की वजह से नदी में नहीं उतरे। शंकर का कहीं पता नहीं चल सका।
तैरना आता है इसलिए जान बचाने कूदा
सिपाही रोहित प्रताप सिंह ने ज्यादा बहाव में खतरे के बीच नदी में कूदकर ग्रामीण की जान बचाने के बारे में बताया कि वे गांव के ही रहने वाले हैं। बचपन में वे नदी व तालाब में नहाते थे जिससे उन्हें तैरना आता है। ऐसे में अचानक नदी में कूदे व्यक्ति को बहते हुए देखकर उसे बचाने के लिए वे भी उसके पीछे कूद गए। वे उसे बचाने में सफल रहे इससे उनका प्रयास सार्थक रहा।