कोरबा। शेयर मार्केट व क्रिप्टो करेंसी से होने वाले मुनाफे से कई गुना रकम बढ़ाए जाने का झांसा देकर छत्तीसगढ़ के हजारों लोगों से छोटा-छोटा निवेश कराया गया। प्रथम दौर में तीन हजार रुपये कंपाउंड मनी के नाम पर आनलाइन जमा कराया। फिर उसे बढ़ा कर दोगुना छह हजार कर दिया गया।
उसके बाद 10 हजार रुपये करने की घोषणा की गई। कंपाउंड मनी बढ़ने से पहले ही ऐप से जुड़ने की होड़ लग गई। एक निवेशक जोड़ने पर 500 रुपये बतौर सैलरी प्रदान की जाती थी। साथ ही जमा राशि में भी वृद्धि होती थी। रुपये निकासी के लिए भी समय निर्धारित किया गया था।
आनलाइन देखने से पता चलता है कि करीब 10 लाख लोगों ने ऐप को डाउनलोड किया है। प्रारंभिक तौर पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के करीब 400 करोड़ रुपये डूबने का अनुमान है। अभी पुलिस में इस मामले की शिकायत नहीं पहुंची है। समय रहते इस ऐप पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो राशि निकालने के लालच में और अधिक राशि निवेशक गंवा बैठेंगे।
अभी भी केवाईसी के नाम पर जमा मांगा जा रहा छह हजार
29 जून को केवाईसी प्रमाणीकरण के लिए छह- छह हजार रुपये जमा करने कहा गया। निवेशक अब इस उम्मीद से छह हजार रूपये जमा कर रहे ताकि फांसी रकम निकाल सके। गौर करने वाली बात यह है कि केवाईसी पहले से ही निवेशकों की है इसलिए वे आ नलाइन लेनदेन कर पा रहे हैं।
ठगों के बिछाए हुए मायाजाल को जो समझ चुके हैं वह अब राशि जमा नहीं कर रहे, पर अभी भी राशि जमा करने वालों की संख्या कम नहीं हुई है। व्हाट्सएप चैटिंग के माध्यम से पैसे जमा करने वालों की जानकारी शेयर की जा रही।