न्यूज डेस्क। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में हर ग्रह का अपना अलग महत्व है. बता दें कि शनि ने 2022 में स्वराशि कुंभ में प्रवेश किया था और समय-समय पर अपने स्थान में परिवर्तन कर सभी राशि वालों को प्रभावित करते रहते हैं. बता दें कि शनि इस समय कुंभ राशि में विराजमान हैं और 29 जून शनिवार यानी आज रात में कुंभ राशि में वक्री हो जाएंगे. ये राशि वाले वक्री होकर 139 दिन के लिए उल्टी चाल चलेंगे.
शनि के वक्री होने से अलग-अलग राशियों के जीवन पर नकारात्मक और सकारात्मक प्रभाव दिखाई देगा. ज्योतिषीयों के अनुसार गोचर का प्रभाव परिवार, व्यवसाय, नौकरी, प्रेम, संतान, शिक्षा आदि पर साफ देखने को मिलता है. वहीं, जिन राशि वालों पर इस समय शनि की साढ़े साती और ढैय्या चल रही है, उन्हें भी विशेष रूप से सावधान रहने की जररूत है.
मेष राशि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि के वक्री होने से मेष राशि वालों के जीवन पर इसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा. इस दौरान इन लोगों को आर्थिक क्षेत्र में लाभ होगा. आमदनी के नए स्रोत प्राप्त होंगे. वहीं, अगर लंबे समय से पैसा रुका हुआ है, तो वो वापस मिल सकता है. कार्यक्षेत्र में भी उन्नती के संकेत मिल रहे हैं. सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे. इतना ही नहीं, व्यक्ति की पदोन्नति के योग भी बन रहे हैं. व्यापार के क्षेत्र में जातकों को अच्छा मुनाफा मिलेगा.
वृषभ राशि
बता दें कि इस राशि वालों के लिए शनि की वक्री चाल लाभदायी साबित होने वाली है. इस अवधि में जो लोग नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उन्हें सफलता मिलेगी. नौकरी पेशा जातकों को कार्यक्षेत्र में अच्छा कार्य करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा. व्यापार में भी धन लाभ के संकेत मिल रहे हैं. इन राशि वालों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा और रुका हुआ धन प्राप्त होगा. आमदनी के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं.
कुंभ राशि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंभ राशि के जातकों को शनि के वक्री होने से सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होगी. इस दौरान इन राशि वालों की जीवनशैली में सुधार देखने को मिलेगा. इन लोगों के समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा. आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. वहीं, जीवनसाथी के साथ संबंधों में मजबूती आएगी. अगर आप पार्टनरशिप में कोई काम कर रहे हैं, तो इससे धन लाभ होगा.