अशोकनगर: मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले की भाजपा नेत्री विधानसभा चुनाव से लापता है। 11 सितंबर को वह बनारस घूमने जाने की बात कहकर घर से निकली थी। उसके बाद से उसका कोई पता नहीं है। हाल ही प्रयागराज के पास मांडा में एक युवती का शव मिला था। उसके शरीर पर बने टैटू के आधार पर यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि अशोकनगर से लापता ममता यादव का ही वह शव है। हालांकि पुलिस भी अभी आशांका ही व्यक्त कर रही है। वहीं, आठ महीने बाद फिर से ममता यादव की गुमशुदगी के मामले ने अशोकनगर जिले में तूल पकड़ लिया है।
11 सितंबर को गई थी बनारस
दरअसल, बीजेपी नेत्री ममता यादव 11 सितंबर को घर से बनारस घूमने के नाम पर गई थी। वह अशोकनगर के चंदेरी की रहने वाली थी। दो-तीन दिन तक ममता यादव अपने भाई से बात करती रही लेकिन बाद में संपर्क टूट गया। 25 सितंबर 2023 को यूपी के प्रयागराज स्थित मांडा में एक शव मिला। कहा गया कि यह शव ममता यादव का है।
अभी तक यह पुष्टि नहीं हो पाई कि वह ममता यादव
वहीं, इस पूरे मामले में अशोकनगर एसपी विनीत कुमार जैन ने बताया कि 25 सितंबर को मांडा पुलिस को एक डेड बॉडी मिली है, जिस पर बने टैटू के आधार पर ऐसा प्रतीत होता है कि वह डेड बॉडी ममता यादव की है लेकिन यह अंतिम निष्कर्ष नहीं है। न ही फाइनल हुआ है। यह तभी पता पड़ेगा जब उनके परिवारजनों से डीएनए का मिलन हो जाएगा। इस मामले में डेड बॉडी मांडा थाने के प्रयागराज में मिली है तो क्षेत्राधिकार मांडा पुलिस का है। सारी कार्रवाई भी मांडा पुलिस को करनी है।
जांच के लिए पत्र लिखा
एसपी ने कहा कि मेरे द्वारा भी पत्र लिखकर उनसे अनुरोध किया है कि इस संबंध में जो भी निष्कर्ष विवेचना के दौरान निकले अवगत कराए। इस संबंध में मांडा पुलिस परिवारजनों को वहां बुलाएगी और परिवार का डीएनए डेड बॉडी के डीएनए से मिलान किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती थी ममता यादव
ममता यादव के गायब हुए 8 महीने बीत गए हैं लेकिन पुलिस के लिए यह केस अभी तक मिस्ट्री है। अशोकनगर पुलिस अभी तक यह साफ नहीं कर पा रही है कि ममता यादव जीवित और यह मर चुकी है। लेकिन ममता यादव जिले में लग्जरी लाइफ स्टाइल को लेकर चर्चा में रहती थी। कुछ ही महीने में उसने काफी तरक्की की थी। साथ ही कुछ विवादों में भी कथित रूप से उसका नाम जुड़ने लगा था।