Featuredकोरबा

Korba: किन्नर से किया पहले प्यार, विवाह की शर्त पर संबंध बनाया कई बार..लाखों की ठगी कर अब कुर्रे हुआ फुर्र तब हुआ FIR

कोरबा। एक युवक से हुई छोटी सी मुलाकात ने किन्नर के दिल में यह उम्मीद जगाई कि उसकी भी शादी हो सकती है। पहले दोस्ती, फिर प्यार के सपने दिखाए और आखिर वह हो गया, जिसकी कल्पना वह करना ही नहीं चाहता था। प्रेमी के भेस में हैवानियत शुरू हो गई। उससे बिना सहमति शारीरिक संबंध बनाए और जब कभी शादी का वादा याद दिलाया, उससे गाली गलौज, जान से मारने की धमकियों और मारपीट के बाद जबरदस्ती की जाती। सब्र का बांध टूटा तो हिम्मत जुटाकर किन्नर ने पुलिस की शरण ली। युवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। वह फरार है और उसकी तलाश की जा रही है।

प्यार के झूठे जाल में फंसा कर किन्नर की भावनाओं के साथ खिलवाड़ यह मामला बालको पुलिस थाना क्षेत्र का है। यहां निवासरत व सुरक्षा कर्मी और थर्ड जेंडर ने सारंगढ़ जिले के ग्राम मुड़वाभाटा थाना कोसिर निवासी पीतांबर बंजारे पिता धनसाय बंजारे (27 वर्ष) के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई है। उसने बताया कि उस युवक से उसकी मुलाकात दिसम्बर 2019 में रायपुर में हुई। उसने जान-पहचान बढ़ाना शुरू किया और दोनों के बीच मोबाइल पर बातचीत होती रही। धीरे धीरे भरोसा बना और इसी का फायदा उठाकर 30 जुलाई 2023 को उसने बालको आकर किन्नर से मुलाकात की। फिर शादी करने का झांसा देकर उसे भरोसे में लिया। इस बीच मौका पाकर किन्नर की इच्छा के विरुद्ध शारीरिक संबंध स्थापित किया। इसके बाद यह सिलसिला चलता रहा। वक्त गुजरने के साथ पीतांबर का व्यवहार बदलने लगा। वह उसे धमकी देकर बिना सहमति के संबंध बनाना शुरू कर दिया। इसके लिए वह किन्नर से आए दिन मारपीट, गाली-गलौच पर भी उतारू होने लगा। 2 अप्रैल 2024 को शादी की बात पर गाली-गलौज की। हाथ-मुक्का से मारपीट के साथ जान से मारने की धमकी दी और जबरन संबंध बनाया। पीड़िता ने किसी तरह हिम्मत जुटाकर पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट 18 मई को बालको थाना में दर्ज कर दी। आरोपी के विरुद्ध धारा 294, 323, 506, 377 भादवि के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है। आरोपी की गिरफ्तारी आज तक नहीं हो सकती है।

घर और गाड़ी के शौक पूरे करने 15 लाख ऐंठने की भी बात

इस मामले में पीड़िता किन्नर के करीबी ने बताया कि घटनाक्रम के दौरान पीतांबर ने थोड़ा-थोड़ा करके लगभग 15 लाख रुपए भी उससे ले लिया। घर बनाने, गाड़ी खरीदने और घरेलू काम के नाम से पीतांबर ने रकम किन्नर की भावनाओं से खेलते हुए हासिल की और अपने लिए खर्च किया। हालांकि एफआईआर में रुपए की बात नहीं लिखाई गई है।

Related Articles

Back to top button