कोरबा। छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर कंपनीज रायपुर में स्टेट पाॅवर जनरेशन कंपनी के कामकाज की समीक्षा की गई। बैठक की अध्यक्षता कर रहे छत्तीसगढ़ पाॅवर कपनीज के अध्यक्ष शासन के ऊर्जा सचिव पी.दयानंद ने प्रदेश में 10 हजार मेगावाट अतिरिक्त बिजली उत्पादन की तैयारी पर जोर दिया। साथ उन्होंने कहा कि कोरबा पूर्व में बंद पड़ी 440 मेगावाट परियोजनाओं की भूमि पर नए बिजली घर लगाने की दिशा में विचार मंथन करें और ठोस रणनीति बनाएं।
इस बैठक में छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर जनरेशन कंपनी के कामकाज, प्रचलित और भावी परियोजनाओं की समीक्षा की गई। श्री दयानंद ने लगभग 10 हजार मेगावॉट विद्युत उत्पादन की संभावनाओं की चर्चा की। विभिन्न परियोजनाओं के कार्य आगे बढ़ाने हेतु निर्देश दिए। उन्होंने डंगनिया, रायपुर स्थित मुख्यालय में यह बैठक ली। इस दौरान एमडी जनरेशन एसके कटियार द्वारा पाॅवर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण के माध्यम से जानकारियां दी गई। वर्ष 2023-24 की उपलब्धियों को श्री दयानंद ने सराहनीय बताया तथा इसकी निरंतरता बनाए रखने के लिये समुचित मार्गदर्शन दिया। हमारे ताप बिजली घरों का देश के स्टेट सेक्टर यूटिलिटीज में अव्वल आना गौरव का विषय है । वर्ष 2023- 2024 में अनाकेंक्षित आंकड़े के अनुसार 800 करोड़ रूपए से अधिक आय की संभावना पर श्री दयानंद ने प्रसन्नता जताई। उन्होंने 2×660 मेगावाट सुपर क्रिटिकल ताप विद्युत विस्तार परियोजना कोरबा पश्चिम, 1×660 मेगावाट सुपर क्रिटिकल ताप विद्युत विस्तार परियोजना मड़वा की प्रगति की समीक्षा की। कोरबा पूर्व में 440 मेगावाट की बंद परियोजनाओं की भूमि पर नए बिजली घर लगाने की संभावनाओं पर विचार विमर्श कर निर्देश दिए। श्री दयानंद ने पंप स्टोरेज आधारित जल विद्युत परियोजनाओं से लगभग 6000 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वृद्धि के लिये आवश्यक मार्गदर्शन दिया। सोलर पीबी आधारित लगभग 1000 मेगावाट विद्युत उत्पादन की संभावनाओं पर भी उन्होंने कार्य आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। ताप बिजली घरों से निकलने वाली राखड़ के शत प्रतिशत निस्तारण की दिशा में गंभीरता से कार्य करने के निर्देश देते हुए श्री दयानंद ने कहा कि पर्यावरण व जनस्वास्थ्य की रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।उल्लेखनीय है कि विगत वित्तीय वर्ष में कुल उत्पादित राखड़ के 81 प्रतिशत का निस्तारण किया गया था।
पाॅवर कंपनीज की संपत्तियों पर कब्जा बर्दाश्त नहीं करेंगे
श्री दयानंद ने कहा कि रिक्त पदों पर भर्ती पूरी पारदर्शिता के साथ नियमानुसार होनी चाहिए। भर्ती की कार्य भी मिशन मोड पर हो, जिसका लाभ बेहतर कार्य निष्पादन के रूप में मिलेगा। पाॅवर कंपनीज की संपत्तियों पर किसी का कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नियमानुसार कार्यवाही कर उन्हें सख्ती से हटाया जाएगा। रिक्त पड़ी भूमि के सकारात्मक और उत्पादक उपयोग के संबंध में भी योजना बना कर कार्य करना चाहिए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कम्पनी के विभिन्न विभागों के कार्यपालक निदेशक एमएस कंवर, सीएल नेताम, एमआर बागड़े तथा मुख्य अभियंता एचएन कोसरिया, हेमंत सिंह, गिरीश गुप्ता, अतिरिक्त महाप्रबंधक (जनसंपर्क) उमेश कुमार मिश्र उपस्थित थे।