कोरबा। दिल्ली पब्लिक स्कूल, एनटीपीसी, कोरबा में पिछले 15 दिनों से आयोजित किए जा रहे समर कैंप का 8 मई को समापन किया गया। इस कैंप में विद्यार्थियों को विभिन्न इनडोर व आउटडोर खेलों के साथ गीत-संगीत और योग की प्राचीन कला में भी प्रशिक्षण प्रदान किया गया। शिविर में शामिल होकर सीखने वाले बच्चों ने भी समापन समारोह में अपनी कला का प्रदर्शन कर अतिथियों और अभिभावकों का मन मोह लिया। सभी ने उन्हें आशीर्वाद प्रदान करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
कैंप के अंतिम दिवस के अवसर पर एक भव्य समारोह का भी आयोजन किया गया। यह कैंप 23 अप्रैल को प्रारंभ हुआ था, जिसमें 250 से अधिक छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। कैंप में विद्यार्थियों को क्रिकेट, बास्केटबाल, टेबिल टेनिस, वॉलीबाल, शतरंज एवं एथेलेटिक्स में प्रशिक्षण प्रदान किया। इस दौरान अनुभवी कोच शैलेन्द्र सिंह एवं दिव्या सोना द्वारा उन्हें खेलों की बारीकियों से अवगत कराते हुए प्रशिक्षित किया गया। सांस्कृतिक विधाओं में बच्चों को शास्त्रीय गायन, वाद्य यंत्र, विभिन्न रागों एवं विभिन्न क्लासिकल नृत्य का प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया। इस विधा में विद्यार्थियों को सुधीन दास एवं दीपा तांडिया ने महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान किया। समर कैंप के दौरान आयोजित योग की पाठशाला में भी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने उत्साह एवं अनुशासन से भाग लिया। समर कैंप को सुचारू रूप से संचालित करने एवं प्रशिक्षण में डीपीएस एनटीपीसी के अनेक शिक्षक-शिक्षिकाओं, कर्मचारियों, कोच तथा अभिभावकों का सतत सहयोग सराहनीय रहा। समापन समारोह के मुख्य अतिथि शशि शेखर, अपर महाप्रबंधक, मानव संसाधन, एनटीपीसी, कोरबा ने अपने उदबोधन में समर कैंप को डीपीएस द्वारा एक अभिनव पहल बताया। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास में यह शिविर काफी लाभदायक साबित होगा। समारोह में डॉ. विनोद कोलहाटकर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी एनटीपीसी हास्पिटल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इसके अलावा अभिभावकगण एवं विद्यालय के शिक्षकगणों ने उपस्थिति दर्ज कराते हुए समापन समारोह की शोभा बढ़ाई। उन्होंने कैंप के सफल संचालन पर अपनी प्रसन्नता प्रकट की। समापन अवसर पर विद्यार्थियों ने समर कैंप के दौरान सीखी गई कलाओं का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। अन्त में डीपीएस एनटीपीसी कोरबा के प्राचार्य सतीश शर्मा ने इस शिविर को विद्यार्थियों की शारीरिक एवं बौद्धिक विकास के लिए अत्यंत उपयोगी बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को आशीर्वाद प्रदान करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।