कोरबा। एक शिक्षक होने के नाते बच्चों, यानी अपने विद्यार्थियों को सच्चाई और ईमानदारी का पाठ पढ़ाने वाले गुरुजी खुद ही फर्जी निकले। उन्होंने ही शिक्षक की यह गौरवपूर्ण नौकरी झूठ और फरेब की बुनियाद पर हासिल की थी। यही आरोप लगाते हुए उनकी शिकायत भी की गई, जिसमें कहा गया कि शिक्षक ने अपनी नौकरी हासिल करने भर्ती के वक्त विभाग में फर्जी अंकसूची पेश कर दी थी। शिक्षा विभाग ने इसे गंभीरता से लिया और जांच बैठते हुए इस टीचर 420 को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।
यह मामला जिले के रजगामार शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है, जहां पदस्थ सहायक शिक्षक एलबी गौरीशंकर नारंग को फर्जी अंकसूची के आधार पर सरकारी नौकरी प्राप्त करने की शिकायत की गई थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। उन पर विभागीय जांच शुरू की गई है। शिक्षा अधिकारी ने निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय करतला कर दिया है। उल्लेखनीय होगा कि समाजसेवी और जनप्रतिनिधि मनीराम जांगड़े द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी कोरबा संजय अग्रवाल से यह शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया कि गौरीशंकर नारंग ने 12वीं की जो अंकसूची शिक्षाकर्मी भर्ती के समय प्रस्तुत की थी, उसमें प्राप्तांक 450 में 246 नंबर का था। बाद में जो अंकसूची उन्होंने सेवापुस्तिका के लिए प्रस्तुत किया, उसमें पूर्णाक 450 में 354 प्राप्तांक दर्शित है। फर्जी अंकसूची के आधार पर नौकरी के मामलों में पूर्व में किए गए कार्यवाही का हवाला देते हुए गौरीशंकर नारंग भी कार्यवाही की मांग की गई थी।