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ब्लैक बोर्ड के पास खड़े फिर से पढ़ाते नजर आएंगे अरसे से बाबूगिरी में मस्त मास्टरजी

कोरबा। चॉक-डस्टर और ब्लैक बोर्ड से पीछा छुड़ाकर अरसे से बाबूगिरी कर रहे मास्टरजी एक बार फिर बच्चों के बीच कखग.. की बारहखड़ी याद कराते दिखाई देंगे। छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव सरकार ने सख्ती दिखाते हुए शिक्षा व्यवस्था में कसावट लाने का एक त्वरित इंतजाम किया है। स्कूलों से विमुख होकर खुद को गैर शिक्षकीय कार्यों में बीजी कर लेने वाले ऐसे शिक्षकों को सात दिन के भीतर कार्यमुक्त कर उनके मूल पदस्थापना स्थल, यानि स्कूलों में भेजने के निर्देश जारी किए गए हैं।

स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन के अवर सचिव पुलक भट्टाचार्य ने इस बावत बुधवार को ही एक आदेश संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय, समस्त संभागायुक्त, समस्त कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी किया है। इसमें साफ कहा गया है कि गैर शैक्षणिक कार्यों में संलग्न शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों को उनके मूल पदस्थापना के लिए तत्काल कार्यमुक्त किया जाए। राज्य शासन ने चिंता भी व्यक्त की है कि समय-समय पर यह शिकायत प्राप्त होती रही है कि विभाग के शिक्षक संवर्ग के कर्मचारी गैर शिक्षकीय कार्य के लिए विभिन्न कार्यालयों एवं संस्थाओं में संलग्न हैं। गैर शिक्षकीय संलग्नीकरण से शिक्षण का कार्य प्रभावित होता है। इसे ध्यान में रखते हुए यह निर्देश दिए गए हैं कि गैर शैक्षणिक कार्यों में संलग्न सभी शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों का संलग्नीकरण तत्काल समाप्त किया जाए। साथ ही उन्हें उनके मूल पदस्थापना शाला में अध्यापन कार्य के लिए कार्यमुक्त किया जाए। संलग्नीकरण समाप्त किए जाने संबंधी प्रमाण पत्र भी 7 दिवस के भीतर संचालक, लोक शिक्षण को अनिवार्यत: प्रस्तुत करने कहा गया है और चेतावनी भी दी गई है कि यह निर्देश तत्काल प्रभावशील होगा, जिसका कड़ाई से पालन किया जाना सुनिश्चित करें।

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