0 अजगर बहार के जनपद सदस्य ने सीईओ कोरबा से शिकायत कर की जांच की मांग
कोरबा। अपनी खूबसूरत वादियों के लिए ऊर्जानगरी समेत सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ का गौरव बन चुके पर्यटन स्थल सतरेंगा में इन दिनों अलग ही कारोबार चल रहा है। यहां आने वाले पर्यटकों से पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली किए जाने की शिकायत की गई है। गौर करने वाली बात यह है कि जिस भरोसे सतरेंगा पर्यटन समिति के नाम पर यह गोरखधंधा चलाया जा रहा है, उस नाम की न तो कोई अधिकृत समिति है और न ही शुल्क लिए जाने का कोई स्टॉक रिकार्ड ही बनाया गया है। कहा तो यह भी जा रहा है कि बिना कुछ लगाए फायदे के इस खेल में खुद विभागीय अधिकारियों की हिस्सेदारी है, जिसकी शिकायत क्षेत्र के जनपद सदस्य ने करते हुए जांच की मांग की है।
अवैध वसूली का गंभीर आरोप लगाते हुए यह शिकायती पत्र अजगर बहार क्षेत्र क्रमांक 1 के जनपद पंचायत सदस्य जगलाल सिंह राठिया लिखा है। जनपद पंचायत कोरबा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) को लिखे पत्र में उन्होंने आरोप लगाया है कि विभाग के अफसर ही बड़ी खूबसूरती से खूबसूरत पर्यटन केंद्र सतरेंगा में अवैध वसूली का बदसूरत खेल कर रहे हैं। जनपद सदस्य श्री राठिया ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) प्रभारी अलिगंजोर तिर्की पर सतरेंगा में पार्किंग के नाम पर सैलानियों से अवैध वसूली का गोरखधंधा चलाने की शिकायत की है। वसूली का यह खेल सतरेंगा पर्यटन समिति के नाम पर किया जा रहा है। श्री राठिया ने लिखा है उनकी जानकारी में इस नाम की कोई ऐसी समिति नहीं है, जिसकी आड़ में अवैध कारोबार चलाया जा रहा है। सैलानियों से की गई लाखों की इस वसूली के संबंध ए किसी प्रकार स्टॉक मेंटेन होने की जानकारी भी उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कड़े शब्दों में लिखा है कि इस गोरख धंधे में कौन कौन हिस्सेदार है, किसकी किसकी मिलीभगत शामिल है, इस शिकायत के बाद तत्काल जांच करते हुए एक्शन लें। उन्होंने यह भी लिखा है कि इस संबंध में एनआरएलएम प्रभारी अलिगंजोर तिर्की का भी बयान दर्ज किया जाए और सामान्य सभा में जांच प्रतिवेदन समेत इसकी पूरी जानकारी प्रस्तुत की जाए। इस मामले में एसडीएम श्रीकांत वर्मा ने जांच कराए जाने की बात कही है।
बड़े अफसरों की मिलीभगत की भी बात
इस पत्र में जनपद सदस्य श्री राठिया ने लिखा है कि इस अवैध वसूली का हिस्सा किस किस के पास पहुंच रहा है, इसका भी पता लगाया जाए। उल्लेखनीय होगा कि सतरेंगा विकास समिति के नाम पर अवैध वसूली की इस शिकायत में सीईओ से लेकर इनसे भी बड़े अधिकारियों की मिली भगत होने की बात कही जा रही है।
4 साल वसूली और खाते सिर्फ 8 लाख
सतरेंगा विकास समिति के लोग लगभग 4 साल से पर्यटन स्थल जाने वाले लोगो से पार्किंग चार्ज वसूली कर रहे है। इन चार सालों में समिति के खाते में महज 8 लाख होने की बात कही जा रही है जबकि पर्यटन स्थल में औसत हर 30 से 40 हजार वसूली होने की बात कही जा रही है। सतरेंगा में पार्किंग के नाम से चल रहे वसूली के कई अफसर के हिस्सेदारी होने की बात भी चर्चा में है। बहरहाल शिकायत के बाद सतरेंगा के घोटालेबाजों के होश उड़ गए है।
जांच कराएंगे- एसडीएम
पर्यटन स्थल सतरेंगा में पार्किंग चार्ज की वसूली की शिकायत पर एसडीएम श्रीकांत वर्मा ने जांच कराने की बात कही है। उन्होंने कहा है जनपद पंचायत कोरबा के नाम से रकम जमा होता रहा है। खाते की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।