
कोरबा । कामगारों की सुरक्षा फर्स्ट का ढिंढोरा पीटने वाले एसईसीएल प्रबंधन की पोल खुल गई है। आज मानिकपुर कोल माइंस में वर्किंग के दौरान डंपर चक्का दो भाग में अलग हो गया। घटना के बाद ऑपरेटर को चोटें आई है।
बता दें कि एसईसीएल की मानिकपुर कोयला परियोजना में मंगलवार की रात बड़ा हादसा हो गया। यहां खदान में 60 टन का डंपर का पिछला दोनों पहिया एकाएक चलते डंपर से अलग होकर निकल गया। जिससे डंपर के दुर्घटनाग्रस्त होने पर चालक को गंभीर चोटे आई है। इस पूरे घटनाक्रम में गनीमत की बात ये रही कि डंपर में मिट्टी या कोयला लोड नही था, वरना डंपर के अनियंत्रित होकर पलटने पर आपरेटर की जान भी जा सकती थी। वहीं दूसरी तरफ इस हादसे के बाद प्रबंधन एक बार फिर पूरे घटनाक्रम पर लीपापोती करने में जुट गया है।कोयला उत्पादन में एसईसीएल की खदान लगातार कीर्तिमान हासिल कर रही है। लेकिन इस कीर्तिमान को हासिल करने के लिए प्रबंधन सुरक्षा नियमों को ताक में रखकर कोयला खनन और परिवहन के कार्य को अंजाम दे रहे है। जिसके कारण अक्सर खदानों में गंभीर दुर्घटनांए हो रही है। ताजा मामला एसईसीएल मानिकपुर ओपन कास्ट माइंस का है। यहां मंगलवार की रात एसईसीएल कर्मी भुवन राज नाइट शिफ्ट की ड्यूटी पर पहुंचा था। डंपर आपरेटर भुवन राज एसईसीएल के 60 टन क्षमता के डंपर को लेकर खदान की ओर बढ़ रहा था।
तभी डंपर का पिछला हिस्सा और दोनों पहिया निकलकर अलग हो गया। जिससे अनियंत्रित होकर डंपर दुर्घटनाग्रस्त हो गया और आपरेटर भुवन राज इस हादसे में जख्मी हो गया। बताया जा रहा है कि घटना की जानकारी मिलते ही घायल एसईसीएल कर्मी को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पिछले दो दिनों से उसका उपचार अभी भी जारी है।