
सेहत को लेकर अब हर आयु वर्ग के महिला व पुरुष जागरूक हैं। फिट रहने की चाहत में बड़ा वर्ग जिम जा रहा है, लेकिन नगर के एक जिम में वर्कआउट के दौरान दिल का दौरा पड़ने से एक की मौत ने सब को चौंका दिया है। वर्तमान में शहर में जितने जिम सेंटर संचालित हैं, अधिकांश में अप्रशिक्षित ट्रेनर(Untrained Gym Trainers) लोगों को फिटनेस के टिप्स दे रहे हैं।
सवाल यह है कि जो खुद सीख रहा हो वह अन्य को कैसे फिट रहने(Fitness Tips) के गुर सिखाएगा। स्थानीय जिम संचालक तो ऐसे ही काम वर्षों से चला रहे हैं और अब एक दर्जन से अधिक नामचीन जिम सेंटरों का भी यही हाल है।
जिम में हार्ट अटैक के प्रमुख कारण
अत्यधिक तीव्रता वाले व्यायाम जो रक्तदाब को असमान्य रूप से बढ़ाते हैं, उन्हें बिना अनुकूलता के करना जैसे तेज गति की दौड़ या साइकिलिंग या अत्यधिक भार के साथ कसरत करना। ऐसे लोग जिन्हें मधुमेह, उच्च रक्तचाप या ह्रदय संबंधी समस्याओं का परिवारिक इतिहास हो। ऐसे लोगों को अतिरिक्त एहतियात बरतना चाहिए।
ऐसे व्यायाम करना नुकसानदेह
अत्यधिक स्मोकिंग, मद्यपान, असंतुलित आहार और मानसिक तनाव, अत्यधिक तीव्रता वाले व्यायाम में शरीर में खनिज लवणों और पानी की कमी, बिना सही वार्मअप के व्यायाम, किसी प्रामाणिक प्रशिक्षक के मार्गदर्शन के बिना व्यायाम करना और प्रशिक्षक को शरीर की चिकित्सकीय स्थिति के विषय में ना बताना या प्रशिक्षक द्वारा बिना जानकारी लिए व्यायाम करवाना नुकसानदेह साबित हो सकता है।
किसी भी प्रकार के व्यायाम को करने से पहले शारीरिक दक्षता के सभी घटकों का परीक्षण करें, किसी भी प्रकार की शक्ति वर्धक दवाओं का इस्तेमाल बचना चाहिए। अनुभवी और प्रामाणिक प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में ही व्यायाम करें और अपनी चिकित्सकीय स्थिति के विषय में प्रशिक्षक को अवश्य अवगत कराना आवश्यक है।