
कोरबा।क्या जनपद पंचायत कोरबा का अध्यक्ष बिना करेंट के ट्रांसफार्मर की तरह होगा। ये प्रश्न इसलिए क्योंकि गांव के विकास की धुरी कहे जाने पंचायतों को प्रभावित करने खेल खेला जा रहा है। शहरी धनबल ही जनपद को चलाते रहे हैं। इस बार भी शहर के एक नेता बीडीसीयो पर दांव के लिए पटकथा लिख चुके है। इसे रोकने और गांव के शुद्ध वातावरण को दूषित होने से बचाने के लिए प्रत्याशी ने सभी सदस्यों से अपील करते हुए अपने विवेक का उपयोग कर सही और शिक्षित महिला को अध्यक्ष बनाने का सुझाव रखा है।
बता दें कि जनपद पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए शहर के प्रभावशाली नेताओ की फौज चुनाव जीतने वाले प्रत्याशियों की गतिविधियों पर है। कहा तो यह भी जा रहा है पहले उन्हें पुरी का भ्रमण कराया गया। सभी जनपद सदस्यों के मन को टटोला गया। जिससे वे अन्दाजा लगा लिए किसकी क्या विवशता है। सदस्यों को समझाते हुए उन्हें अमरकंटक की शांत वादियों की सैर कराकर उनके हिसाब से अध्यक्ष को चुनने पर फायदा गिनाया गया। सूत्रधार बताते है कि अध्यक्ष के पॉवर को सीज कर डिसीजन का स्विच अपने पास रखने के पासा फेंका जा चुका है। सदस्यों के बीच जातिवाद को आधार बनाकर दमदार अध्यक्ष प्रत्याशी के खिलाफ माहौल भी बनाया जा रहा है। जिससे उनके फेंके पासा फिट हो सके। कोरबा जनपद के हकदार और जनपद के गांवों के जानकार ने ये अपील करते हुए कहा है कि ऐसे अध्यक्ष को चुने जो गांव का विकास और कल्याण कर सके, क्योंकि पिछले पंचवर्षीय में जो हुआ वो किसी से छुपा नही है। काम शहर के ठेकेदारों ने किया और वसूली गांव के भोले भाले आदिवासी सरपंचों से हो रही है। उन्होंने कहा कि अब समय आ चुका है अपने निजी स्वार्थ को नजरअंदाज कर गांव और सम्पूर्ण समाज की सोचे और सही निर्णय लेते हुए योग्य और सशक्त महिला को चुने।