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कोरबा-बाँकी मोंगरा। कोरबा जिले की नगर पालिका परिषद बांकीमोगरा में प्रथम बार हुए निर्वाचन में निर्वाचित अध्यक्ष सहित पार्षदों का शपथ समारोह विवादास्पद बन गया। काफी विरोध के बीच यहां शपथ समारोह संपन्न हुआ। हनुमान चौक पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के पार्षदों ने कार्यक्रम का विरोध करते हुए इस बात पर आपत्ति जताई कि कार्यक्रम के लिए बनवाए गए बैनर पोस्टर से कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद और समारोह की अध्यक्षता कर रही श्रीमती ज्योत्स्ना चरणदास महंत की तस्वीर ही गायब थी।
कांग्रेस के पार्षदों ने मंच पर स्थान ग्रहण नहीं किया और न ही शपथ समारोह में शामिल हुए बल्कि वह मंच से नीचे उतरकर अपना विरोध प्रकट करते हुए नारेबाजी करते रहे।
कांग्रेस पार्षदों का आरोप यह भी रहा कि कार्यक्रम पूरा भाजपा मय किया गया और प्रशासन के कार्यक्रम में कांग्रेस पार्षदों के बैठने की जगह नहीं बनाई गई। तहसीलदार ने कांग्रेस पार्षदों को समझाने का प्रयास किया लेकिन नाराज़ पार्षद अपनी मांग पर अड़े रहे।
विरोध के बीच कैबिनेट मंत्री लखन लाल देवांगन के द्वारा निर्वाचित अध्यक्ष सहित भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों व एक बसपा व निर्दलीय पार्षदों को शपथ दिलाई गई।
बांकीमोंगरा नगर पालिका में इस गतिरोध को लेकर काफी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। इस बात को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर जब आमंत्रण कार्ड में सांसद श्रीमती महंत का नाम अध्यक्षता के तौर पर लिखा गया, तो फिर बनवाए गए बैनर पोस्टर से उनकी तस्वीर गायब क्यों रखी गई? क्या यहां दलगत राजनीति हो रही है और यदि इस तरह से भविष्य में भी दलगत राजनीति होती रही तो हर मोर्चे पर कहीं ना कहीं अध्यक्ष को विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
बता दें कि बांकीमोंगरा नगर पालिका का यह पहला चुनाव 30 वार्डों में हुआ जिसमें 13 पार्षद कांग्रेस के, 10 भाजपा और 6 निर्दलीय पार्षद निर्वाचित हुए हैं।