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CG NEWS : सत्यम बालाजी ग्रुप में सबसे बड़ी कर चोरी उजागर.. आईटी ने पकड़ा 1000 करोड़ से ऊपर का लेनदेन,सील किये गए 14 लॉकर…

रायपुर। आयकर विभाग ने सत्यम बालाजी ग्रुप में की गई छापेमारी में मध्य भारत में हुई अब तक की सबसे बड़ी कर चोरी पकड़ी है।आयकर अन्वेषण विंग की टीमों ने राइस मिलिंग, आटोमोबाइल ग्रुप सत्यम बालाजी के दो दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई पूरी कर ली है। छापे से जुड़े अफसरों ने बताया है कि इस जांच में लगभग 1000 करोड़ से अधिक के कच्चे लेनदेन के कागजात जब्त किए गए हैं।

उम्मीद से भी ज्यादा सफल रहा छापा

आयकर के सूत्र बताते हैं कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मध्य भारत की सबसे बड़ी कर चोरी पकड़ी गई है। विभाग को जो इनपुट मिले थे उससे काफी ज्यादा की कर चोरी उजागर हुई है। इस कार्रवाई के दौरान कंपनी द्वारा बीते 6 वर्ष के जमा किये गए इनकम टैक्स रिटर्न के आधार पर कंपनी के रिकॉर्ड, स्टाक की जांच की गई। यह कर चोरी इन दोनों फर्मों के साथ साथ, इनसे जुड़े ब्रोकर, मिलरों के यहां मिले नान टेक्सेबल कैश ट्रांजेक्शन पेपर्स को मिलाकर है। दोनों समूहों से अब तक 10 करोड़ नगद और 3.50 करोड़ की ज्वेलरी सीज कर ली गई है।

क्या-क्या व्यवसाय है सत्यम ग्रुप का..?

मिली जानकारी के मुताबिक सत्यम बालाजी ग्रुप गैर-बासमती चावल का प्रमुख निर्यातक है। मुख्य फर्म सत्यम बालाजी समूह का पक्के में टर्न ओवर दो हजार करोड़ का है और इसमें से 1600 करोड़ का कारोबार कच्चे में होना उजागर हुआ है। यह ग्रुप छत्तीसगढ़ में धान खरीदी कच्चे में करता और मिलिंग के बाद पक्के में चावल एक्सपोर्ट करता है। इसका सारा माल अफ्रीकी देशों के साथ-साथ वियतनाम निर्यात होता है। जो करीब 16 सौ करोड़ का बताया गया है । वहीं इसकी सहयोगी कंपनी साईं हनुमंत इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड का कारोबार एक हजार करोड़ का है।

फर्जी कंपनियां और काल्पनिक लेनदेन

पता चला है कि दोनों ग्रुप ने कर चोरी के लिए फर्जी कंपनियां बनाकर और काल्पनिक लेनदेन का एक नेटवर्क बना रखा था। इनके जरिए सारा लेनदेन कच्चे में नगद किया करते थे । इसका खुलासा आयकर अन्वेषण के वित्तीय खुफिया इकाई (एफआईयू) ने किया था। इस विंग की पुख्ता सूचना के बाद अन्वेषण विंग के दो सौ अफसरों की टीम ने बुधवार को रायपुर, दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव और नवापारा राजिम सहित गोंदिया और आंध्र प्रदेश काकीनाडा में 25 से अधिक आफिस और घरों को निशाना बनाया।

सील किये गए 14 लॉकर

जांच के दौरान दोनों समूहों से जुड़े 15 बैंक लॉकर मिले। जिनमें से अब तक केवल एक ही खोला जा सका है। शेष सील किए गए 14 लॉकर आने वाले दिनों में खोले जाएंगे। वहीं सभी ठिकानों और संचालकों से लैपटॉप, स्मार्टफोन, आईफोन, पोर्टेबल हार्ड ड्राइव और अन्य डिजिटल स्टोरेज डिवाइस जब्त किए गए हैं। यह पूरी कार्रवाई अतिरिक्त निदेशक तरुण कनौजिया की निगरानी में उपनिदेशक (डीडीआईटी) नवल जैन की टीम ने की।

इन संस्थानों में मारे गए छापे

सत्यम बालाजी राइस इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, सत्यम बालाजी ऑटोमोटिव्स प्राइवेट लिमिटेड, सत्यम बालाजी एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड, सत्यम बालाजी एक्जिम प्राइवेट लिमिटेड, बलदेवजी एंटरप्राइजेज एलएलपी। डायरेक्टर- ओशिन अग्रवाल, पुरूषोत्तम अग्रवाल, प्रदीप कुमार अग्रवाल, हिमांशु रंजन अग्रवाल, अभिषेक रंजन अग्रवाल और काजली अग्रवाल। साईं हनुमंत इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक संदीप कुमार धामेजानी, सुनील धामेजानी कशिश धामेजानी । केएनएल एक्जिम प्राइवेट लिमिटेड और मेडीब्लूम हेल्थ सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड।

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