बस्तर। जिला अस्पताल दंतेवाड़ा के डीएमएफ/सीएसआर मद में वित्तीय अनियमितता के मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस घोटाले में कुल ₹66.75 लाख की गड़बड़ी सामने आई थी। पुलिस पहले ही मुख्य आरोपी अभिजीत सिंह चौहान समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है। अब बैंक अधिकारी निशांत ठाकुर और सहायक एकाउंटेंट सुतापा कुंडू की संलिप्तता उजागर होने के बाद उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
गंभीर वित्तीय अनियमितता का मामला
सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर थाना दंतेवाड़ा में मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान पता चला कि डीएमएफ (जिला खनिज न्यास) और सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) फंड से आए लाखों रुपये के आहरण और भुगतान में अनियमितताएं हुई हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक गौरव राय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला, पूजा कुमार और रामकुमार बर्मन के निर्देश पर पुलिस टीम ने गहराई से जांच की। इसमें भारतीय स्टेट बैंक, दंतेवाड़ा के सीनियर मैनेजर निशांत ठाकुर और अस्पताल की सहायक एकाउंटेंट सुतापा कुंडू की संलिप्तता सामने आई। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
और भी हो सकते हैं गिरफ्तार
पुलिस का कहना है कि घोटाले में और भी खुलासे हो सकते हैं, इसलिए मामले की जांच अभी जारी है। नए खुलासे के साथ और लोग भी गिरफ्तार हो सकते हैं।